फर्जी डिग्री केस : देश के विभिन्न राज्यों में ही नहीं विदेशों तक भी बेची फर्जी डिग्रियां

Friday, Nov 06, 2020 - 11:33 PM (IST)

शिमला/सोलन (राक्टा): मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री फर्जीवाड़े की जांच में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अब तक छानबीन में पाया गया है कि एजैंटों के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी फर्जी डिग्रियां बेची गई हैं। सूत्रों के अनुसार 21 से अधिक राज्यों में फर्जी डिग्रियां बांटने का खुलासा हो चुका है, ऐसे में अब जांच एजैंसी एजैंटों के पूरे नैटवर्क का पर्दाफाश करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही फर्जी डिग्री हासिल करने वालों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि उन्होंने किस के माध्यम से कितने में डिग्री हासिल। इस मामले में जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां भी संभव हैं।

फर्जी डिग्री के सहारे सरकारी नौकरी पाने वालों की दिक्कतें बढ़ी

जांच एजैंसी के कसते शिकंजे से फर्जी डिग्री के सहारे सरकारी नौकरी हासिल करने वालों की दिक्क तें भी बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार स्पैशल इंवैस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की छानबीन में सामने आया है कि कई लोगों ने फर्जी डिग्री के सहारे निजी के साथ सरकारी क्षेत्र में भी नौकरियां हासिल की हैं, ऐसे में पूरे घोटाले की तह तक जाने के लिए पुलिस की एसआईटी सभी डिग्रियों की सत्यता खंगालने में जुटी हुई है। जांच में खुलासा हुआ है कि मानव भारती विश्वविद्यालय ने बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां जारी कीं और उसके बदले उनसे मोटी राशि वसूली। फर्जी डिग्र्री केस की जांच में जुटी एसआईटी की टीमें विभिन्न राज्यों में सक्रिय हैं। एसआईटी का गठन एडीजीपी सीआईडी एन वेणूगोपाल की अध्यक्षता में किया गया है।

हिमाचल के साथ अन्य राज्यों में अर्जित की संपत्ति

जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राजकुमार राणा ने फर्जी डिग्रियों के सहारे हिमाचल, राजस्थान और अन्य स्थानों पर भारी मात्रा में चल व अचल संपत्ति अर्जित की गई है। फर्जी डिग्री के लगे आरोपों के तहत 3 आपराधिक मामले  थाना धर्मपुर जिला सोलन में पंजीकृत किए गए हैं।

Vijay