शिक्षा विभाग में सामान खरीद घोटाला: करोड़ों का बजट हड़प गए सप्लायर

Monday, Dec 03, 2018 - 12:37 PM (IST)

शिमला (प्रीति): शिक्षा विभाग में सामान खरीद पर कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। ऐसे में सरकार ने मामले पर जांच बिठा दी है और विभाग से बीते 5 वर्ष का रिकॉर्ड तलब किया है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बीते वर्षों में शिक्षा विभाग का करोड़ों का बजट सप्लायर्स हड़प गए हैंं। विभाग ने बीते दिनों स्कूलों व कार्यालयों के लिए जो नया सामान खरीदा है, उसका विभाग के पास पूरा रिकॉर्ड नहीं है जबकि सप्लायर्स को इसकी पूरी पेमैंट दी गई है। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। 

इस दौरान सामने आया है कि हजारों सरकारी स्कूलों में नया फर्नीचर व अन्य सामान के लिए करोड़ों रुपए की राशि तो जारी हुई लेकिन स्कूलों में नया सामान व नया फर्नीचर नहीं आया। सूत्रों की मानें तो इसके लिए शिक्षा विभाग ने कमेटी भी नहीं बनाई, जो मामले पर निगरानी रख सके। गौरतलब है कि लोक निर्माण विभाग ने भी इस दौरान शिक्षा विभाग के लगभग 430 करोड़ दबाए हैं। विभाग के दर्जनों कार्य इस समय पैंडिंग पड़े हैं।

सरकार ने विभाग से मांगी सप्लायर की सूची

प्रदेश सरकार ने विभाग के लिए कार्य कर रहे सप्लायर्स की सूची मांगी है। बीते 5 वर्षों में विभाग ने कितना बजट सप्लायर्स को जारी किया है, इसका रिकॉर्ड भी सरकार ने विभाग से मांगा है। मामले पर जल्द ही शिक्षा सचिव डा. अरुण शर्मा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। इसमें प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक भाग लेंगे। शिक्षा सचिव का कहना है कि मामले पर जांच बिठा दी गई है। यदि इस दौरान सामान खरीद में हुई गड़बड़ियों में विभाग के किसी अधिकारी का नाम आता है तो उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 

Ekta