शराब के रेट फिक्स न होने से हो रहा घाटा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 03:00 PM (IST)

ऊना : अपने धंधे को नुक्सान में जाता देख शराब के सभी ठेकेदार एकजुट होने लगे हैं और इसी कड़ी में आज काफी संख्या में ठेकेदारों ने ऊना जिला मुख्यालय पर एकजुट होकर एक विशेष बैठक का आयोजन किया। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सभी समस्याओं का उल्लेख था। ठेकेदारों ने कहा कि उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण किया जाए ताकि उनको आर्थिक नुक्सान न झेलना पड़े। विभाग के अधिकारियों ने उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण करने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया।

ठेकेदारों ने कहा कि ऊना जिला में शराब के दामों में बहुत ज्यादा फर्क है और लगभग हर ठेके पर शराब के दाम अलग हैं। शराब के रेट फिक्स न होने के चलते शराब के ठेकेदार नुक्सान में जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन ठेकेदारों की अपनी फैक्ट्रियां हैं, वे मनमानी कर रहे हैं और मर्जी के रेट पर शराब बेच रहे हैं, जिससे छोटे ठेकेदार नुक्सान की ओर बढ़ रहे हैं। छोटे ठेकेदारों के लिए सरकार को रैवेन्यू देना मुश्किल हो जाएगा। 


एसोसिएशन बनाने का लिया निर्णय
ऊना में बैठक के दौरान शराब के ठेकेदारों मदन जसवाल, मेहताब सिंह, रवि जैलदार, रामपाल ठाकुर, ओंकार सिंह, नवदीप सिंह, शालू वर्मा, अखिल, जसवीर, दिनेश ठाकुर, शीशन कुमार, रिंकू, हरप्रीत सिंह, हरपाल सिंह, संजीव कुमार, विनोद कुमार व विपिन कुमार आदि ने विभिन्न मुद्दे उठाते हुए सभी से एकजुट होकर समस्याओं के प्रति जागरूक होने के लिए कहा। इस दौरान सर्वसम्मति से एक एसोसिएशन के गठन का भी फैसला लिया गया, जिसके बैनर तले आगामी दिनों में समस्याएं उठाई जाएंगी और उनका निराकरण करवाया जाएगा।


शराब की होम डिलीवरी से नुक्सान
ठेकेदारों ने कहा कि जिलाभर में अवैध शराब की बिक्री अब फैशन बन गया है और इस पर कोई लगाम नहीं लगा पा रहा है। जगह-जगह शराब मिल रही है और फोन कॉल पर भी अब शराब उपलब्ध होने लगी है व शराब की होम डिलीवरी भी की जा रही है, जिससे ठेकेदारों का काम प्रभावित होने लगा है। उन्होंने मांग उठाई कि उनकी इन समस्याओं का जल्द निराकरण होना चाहिए।


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kirti

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