सामाजिक बुराइयों और कुरीतियों के खिलाफ थे गुरु नानक देव : जयराम

Sunday, Sep 29, 2019 - 06:20 PM (IST)

शिमला (योगराज): सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के राज्य स्तरीय 550वां प्रकाश उत्सव के समागम पर शिमला में हजारों की संख्या में सिख धर्म के अनुयायियों ने शीश नवाया। हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी कार्यक्रम में भाग लेकर सिख समुदाय के लोगों को प्रकाश उत्सव की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव समाज में फैली कुरीतियों और आडम्बरों के खिलाफ थे। समाज में फैली बुराइओं को जड़ से उखाड़ फैंकने में गुरु नानक ने अपनी अहम भूमिका निभाई है।

गुरु नानक देव ने खुद को एक धर्म तक सीमित नहीं रखा

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव ने न केवल अपने लिए धन का उपयोग करने का प्रचार किया बल्कि इसे दूसरों के साथ सांझा किया। उन्होंने कहा कि लंगर, सामुदायिक रसोई और दास वंध का आधार है, समुदाय के साथ एक-दसवीं कमाई का दसवां हिस्सा। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि यह परंपरा अभी भी सिख समुदाय में जीवित है और गुरुद्वारों में मुफ्त लंगरों का आयोजन किया जा रहा है जो न केवल जरूरतमंदों को भोजन प्रदान कर रहा हैै बल्कि भाईचारे की भावना को भी मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव ने खुद को एक धर्म तक सीमित नहीं रखा बल्कि उन्होंने सभी धर्मों की अच्छी शिक्षाओं को अपनाने के लिए चुना, जिसमें आने वाले समय के लिए सार्वभौमिक प्रयोज्यता और वैधता है।

गुरु नानक देव की शिक्षाएं वर्तमान युग में अधिक प्रासंगिक

वहीं राज्यपाल ने कहा कि गुरु नानक देव एक महान व्यक्तित्व और धर्म प्रवर्तक थे, जिन्होंने लोगों को आध्यात्मिक शक्ति को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सरल जीवन और उच्च विचारों के सिद्धांत का पालन करते हुए गुरु नानक देव ने भी अपने अनुयायियों को जीवन में उच्च सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। उनकी शिक्षाएं वर्तमान युग में अधिक प्रासंगिक हैं और हमें आज भी हमारे जीवन में उच्च आदर्शों के लिए प्रेरित करती हैं। गुरुद्वारा सिंह सभा व प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने राज्यपाल को सिरोपा भेंट किया।

Vijay