हरोली भाजपा पदाधिकारियों का हाईकमान को लिखा पत्र वायरल

punjabkesari.in Sunday, Jan 01, 2023 - 11:34 PM (IST)

ऊना (विशाल स्याल): चुनावों को लेकर सियासी पत्र बम लगातार फूट रहे हैं और अब हरोली भाजपा का एक पत्र वायरल हुआ है, जिसमें हरोली भाजपा मंडल के 12 पदाधिकारियों ने प्रत्याशी रामकुमार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सहित कुल 14 लोगों को पत्र प्रेषित किया था। चुनावों से पहले हरोली से 12 भाजपा नेताओं ने रामकुमार को टिकट न देने की बात कही थी और टिकट देने पर पार्टी को तीसरी बार हार का मुंह देखने की संभावना जताई गई थी। पत्र में पूर्व मंडलाध्यक्ष नरेन्द्र राणा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतीश कुमार, अनुसूचित जनजाति मोर्चा ऊना के जिलाध्यक्ष ओंकार नाथ कसाणा, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र राणा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य यशपाल राणा, ईसपुर के पूर्व प्रधान संजय पाठक, युवा खेलकूद प्रकोष्ठ संयोजक संजय शर्मा व संयोजिका शकुंतला देवी कुंवर, ब्लॉक समिति सदस्य पवन बीटन, कुलदीप सिंह, पूर्व मंडलाध्यक्ष कुलविन्द्र ठाकुर, अजय जोशी, पूर्व प्रधान हरोली व किसान मोर्चा सह मीडिया प्रभारी सतीश ठाकुर के हस्ताक्षर शामिल हैं।

पदाधिकारियों ने इन्हें भेजा था पत्र
पदाधिकारियों ने संयुक्त तौर पर यह पत्र पीएम नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तरी क्षेत्र प्रभारी सुदान सिंह, सांसद एवं केेंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन महामंत्री पवन राणा, प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, हमीरपुर संसदीय संगठन महामंत्री संजीव ठाकुर, जिला संगठन महामंत्री ऊना पुरु मनिंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा को भेजा था।

भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी का लगाया था आरोप
पत्र में कहा था कि रामकुमार 2 बार चुनाव काफी मतों से हार चुके हैं और अब भी पुराने व मुख्य कार्यकर्ताओं की अनदेखी की वजह से रामकुमार के खिलाफ रोष व्याप्त है। रामकुमार पर अपने परिवार को सैटल करने और भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाया गया। 

सुझाव माना होता तो आज हार नहीं होती
इस संबंध में पूर्व भाजपा मंडलाध्यक्ष नरेंद्र राणा ने कहा कि सर्वसहमति से यह पत्र लिखा गया था, जिसमें कुल 12 पदाधिकारियों ने एक स्वर में टिकट किसी अन्य को देने को कहा था। यदि हाईकमान ने सुझाव माना होता तो आज हरोली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी की हार नहीं होती।

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Content Writer

Vijay

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