कुल्लू बस हादसे के बाद जागी सरकार, सड़क सुरक्षा को लेकर अपनाएगी जीरो टॉलरैंस नीति

Friday, Jun 21, 2019 - 08:05 PM (IST)

शिमला (योगराज): कुल्लू बस हादसे के बाद जयराम सरकार अब अपनी गहरी नींद से थोड़ा जाग गई है और हादसों पर रोक लगाने के लिए सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने जा रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में एक आपात बैठक बुलाकर संबंधित अधिकारियों को सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। सरकार अब सड़क सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरैंस नीति अपनाने जा रही है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई हाई पावर मीटिंग में पुलिस, परिवहन और पी.डब्ल्यू.डी. अधिकारियों को ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित कर उन्हें साथ-साथ ही दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करने के लिए स्थानीय लोगों से भी अब पूछा जाएगा कि कहां-कहां ब्लैक स्पॉट्स हैं। सड़क के किनारों पर पैरापिट और क्रैश बैरियर को भी अच्छी गुणवत्ता वाले सामग्री से बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

निजी बस चालकों को भी देना होगा अनिवार्य टैस्ट

निजी बस चालकों की नियुक्ति भी सभी जरूरी मापदंड के साथ हो रही है, इसको भी सरकार अब मॉनीटर करेगी। निजी बसों के चालकों के लिए भी अब सरकारी बस चालक की भर्ती के आधार पर ही टैस्ट अनिवार्य बनाया जाएगा। सड़क सुरक्षा को लेकर जनता के बीच भी जागरूकता पैदा की जाएगी। निजी स्कूलों की बसों को भी चैक किया जाएगा कि क्या वे सैकेंड हैंड बसें तो नहं अगर हैं तो उसकी जांच की जाएगी। बसों की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में ओवरलोडिंग होती है, जिसे कम करने के लिए सरकार ने छोटे लिंक रोड पर 12 से 15 सीटर मैक्सी कैब्स चलाने का निर्णय लिया है।

ओवरलोडिंग रोकने को रूटीन चैकिंग के दिए निर्देश

इसके अलावा सरकार ने ओवरलोडिंग को रोकने के लिए रूटीन चैकिंग करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सरकार ने हादसों पर लगाम लगाने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय करने का निर्णय लिया है। एच.आर.टी.सी. ने बसों की कमी को देखते हुए बहुत जल्द कुछ बसों को निगम के बेड़े में शामिल करने का फैसला लिया है। चालकों और परिचालकों की भर्ती प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाएगी। सरकार ने कुल्लु हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

क्या बोले परिवहन मंत्री

परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि बंजार के पास निजी बस रिवर्स होते हुए गिरी थी जोकि काफी ओवरलोड थी। 42 सीटर बस में 81 लोग सवार थे, जिनमें से अब तक 44 लोगों की जान चली गई और 37 लोग घायल हुए हैं। 39 शवों का बंजार अस्पताल में रात 12 बजे तक पोटमार्टम किया गया है। अस्पताल में 5 मोतें हुई जिन्हें शुक्रवार सुबह पोटमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। 11 गंभीर रूप से घायल लोगों को पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर किया गया है। एक व्यक्ति को नेरचौक अस्पताल में दाखिल किया गया है। मैजिस्ट्रेट जांच के लिए ए.डी.एम. की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को खुद कुल्लू जाकर अस्पताल में घायलों का हालचाल पूछा है और हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया है।

Vijay