जनता की उम्मीदों पर फिरा पानी, दिल्ली से खाली हाथ लौटे मुख्यमंत्री : राठौर

Wednesday, Jun 09, 2021 - 09:14 PM (IST)

शिमला (राक्टा): प्रदेश में बढ़ती महंगार्ई और बेरोजगारी को देखते हुए जनता को आशा थी कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने दिल्ली दौरे से कुछ राहत लेकर आएंगे लेकिन वह खाली हाथ लौटे हैं, ऐसे में जनता की पूरी उम्मीदों पर पानी फिर कर रहा गया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने बुधवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन का दावा पूरी तरह हवा हवाई साबित हुआ है। प्रदेश सरकार की केंद्र में कोई सुनवाई नहीं हो रही।

छोटे व्यवसायी व निजी बस ऑप्रेटर बर्बादी की कगार पर खड़े

राठौर ने कहा कि कोरोना काल में भी केंद्र सरकार से प्रदेश को कोई विशेष मदद नहीं मिली है और न ही प्रदेश सरकार ने किसी भी वर्ग की कोई मदद की है। प्रदेश में कोरोना कफ्र्यू के चलते टूरिज्म और इससे जुड़ा व्यवसाय पूरी तरह ठप्प होकर रह गया है। छोटे व्यवसायी व निजी ट्रांसपोर्टर बस ऑप्रेटर बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। लोन की किस्तें न चुका पाने के कारण बैंकों ने उनकी गाड़ियां तक उठा ली हैं। डिपो में तेल व दालें महंगी कर दी गई हैं।

कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों, किसानों-बागवानों को राहत प्रदान करे सरकार

राठौर ने सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश के होटल समेत सभी कारोबारियों व ट्रांसपोर्टरों, किसानों और बागवानों को राहत प्रदान करे। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य शहरी क्षेत्रों में भी धीमी गति से चल रहा है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधा-अधूरा ही चल रहा है। युवाओं को  वैक्सीन के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।

पार्टी नेताओं की बैठकों को गुटबाजी की संज्ञा देना गलत

राठौर ने एक सवाल के जवाब में पार्टी नेताओं की बैठकों को गलत ढंग से नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता यदि बैठकर संगठन की मजबूती पर चर्चा करते हैं तो उसे गुटबाजी की संज्ञा देना गलत है। उन्होंने कहा कि संगठन में नेताओं की बैठक होती है, जिसमें पार्टी की मजबूती पर चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह हिमाचल कांग्रेस के सुप्रीम कमांडर हैं और प्रदेश के सबसे बड़े नेता हैं।

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Vijay