सरकार व प्रशासन संवेदनहीन, कहीं कूड़ा ढोने वाले ट्रैक्टर से तो कहीं अकेले अपने कंधे पर शव ले जा रहे परिजन : राठौर
punjabkesari.in Friday, May 14, 2021 - 04:39 PM (IST)
शिमला (राक्टा): हिमाचल में कोरोना की दूसरी लहर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सूबे में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सरकार प्रभावित परिवारों को मदद प्रदान करने में भी असफल नजर आ रही है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने शुक्रवार को अनौपचारिक बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देवभूमि में कहीं लोग अपने पारिवारिक सदस्य का शव कूड़ा ढोने ट्रैक्टर तो कहीं अंतिम संस्कार के लिए अकेले अपने कंधों पर ढोने के लिए मजबूर हो गए हैं। राठौर ने कहा कि स्थिति बिगड़ती जा रही है, जबकि सरकार व प्रशासन संवेदनहीन हो गए हंै। उन्होंने प्रदेश में वैक्सीनेशन की ढीली रफ्तार पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में सभी लोगों का टीकाकरण जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
दुर्गम क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर विशेष कैंप लगाए जाएं
राठौर ने कहा कि दूरदराज व दुर्गम क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में समय रहते दुर्गम क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर विशेष कैंप लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना कफ्र्यू के चलते सभी प्रभावित लोगों को राहत देने और उनकी आॢथक मदद सरकार को करनी चाहिए। इसके साथ ही सभी टैक्सों की वसूली स्थगित करते हुए बैंकों से किसी भी प्रकार के लोन की ईएमआई को फिलहाल स्थगित रखने के आदेश भी जारी किए जाएं। राठौर ने कहा कि आज सरकार को न तो किसानों की और न ही देश की गिरती अर्थव्यवस्था की ङ्क्षचता है। किसान अपने अधिकारों के लिए पिछले 7 महीनों से सड़कों पर बैठे हैं और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से उन्हें बहलाने में लगे हैं।
नदियों में भी लाशों का अंबार
राठौर ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर का स्वप्न दिखाने वाले प्रधानमंत्री को वैक्सीन से लेकर ऑक्सीजन व स्वास्थ्य उपकरण विदेशों से मंगवाने पड़ रहे हैं। देश आज चारों तरफ से गंभीर चुनौतियों से गुजर रहा है। भाजपा ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते देश को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि संभवत: आजादी के बाद देश की ऐसी भयावह स्थिति देखने को मिल रही है, जहां नदियों में भी लाशों का अंबार लगा है।