मंत्रियों-ब्यूरोक्रेसी में नहीं तालमेल, ताश के पत्तों की तरह फैंट रही सरकार : राठौर

Wednesday, Oct 21, 2020 - 09:18 PM (IST)

शिमला (राक्टा): कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार पर तीखे प्रहार किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों और ब्यूरोक्रेसी में कोई तालमेल नहीं है। इसके साथ ही सरकार ब्यूरोक्रेसी को ताश के पत्तों की तरह फैंट रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राठौर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी काम करने वाले हैं, उनको नजरअंदाज किया जा रहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री की प्रशासन पर पकड़ कमजोर होती जा रही है।

सरकार ने आधी रात को बदल डाले डीसी

उन्होंने कहा कि चुनाव विभाग ने नगर-निकायों की चुनाव प्रक्रिया के तहत जिला उपायुक्तों के तबादले न करने को कहा था, बावजूद इसके सरकार ने आधी रात को संबंधित आदेशों को दर किनार कर विभिन्न जिलों के डीसी बदल डाले। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि सरकार चुनाव विभाग को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में समाज का हर वर्ग सरकार से दुखी है। किसान, बागवान, कारोबारियों के साथ ही आम नागरिक को भी सरकार ने कोई राहत नहीं दी। उन्होंने कहा कि जनता को यह बताया जाना चाहिए कि प्रधानमंत्री केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में कितना धन इकट्ठा हुआ और उसे कहां खर्च किया गया।

कार्यालय खोलने से बेहतर जनता की मदद करते

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को प्रदेश में भाजपा के पांच सितारा कार्यालय बनाने पर कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वित्त राज्य मंंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल से हैं, लेकिन उक्त नेताओं ने भी प्रदेश के लोगों की मदद को लेकर कोई कदम नहीं उठाए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के समक्ष भी प्रदेश हित का मामला ये नेता नहीं रख पाए। उन्होंने कहा कि कार्यालय खोलने से बेहतर होता कि भाजपा के नेता कोविड काल में जनता की आॢथक मदद करते, ताकि बढ़ती बेरोजगारी व अन्य समस्याएं दूर होती।

विश्वविद्यालय को बना दिया राजनीति का अखाड़ा

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्रों के साथ हुए दुव्र्यवहार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विश्वविद्यालय को अपनी राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगों को तुरंत माना जाना चाहिए ताकि शैक्षणिक माहौल बने।

Vijay