भाजपा के वारयल पत्र मामले पर राठौर ने फिर ली चुटकी, जानिए क्या कहा

Tuesday, Dec 03, 2019 - 09:42 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने भाजपा के वारयल पत्र मामले पर एक बार फिर चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार पत्र वायरल करने वालों पर तो शिकंजा कस रही है लेकिन संबंधित पत्र में जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी सत्यता खंगालने के प्रयास तक नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में किसी पूर्व मंत्री की संलिप्ता है तो उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से ही आरोप लगाए होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे में जब सरकार पूरी पारदर्शिता बरतने का ढिंढोरा पीट रही है तो पत्र में लगाए गए कथित आरोपों की सच्चाई खंगालने के लिए जांच टीम का गठन क्यों नहीं किया जा रहा है।

हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है प्रदेश सरकार

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में नशा तस्करी बढ़ती जा रही है। इस गोरखधंधे में पीछे जो बड़े-बड़े मगरमच्छ हैं, उन पर भी हाथ डाला जाना चाहिए। एक-दो ग्राम चिट्टे साथ युवक पकड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे की ओवरडोज से भी यहां कई युवक मौत का शिकार हुए हंै और प्रदेश के दूर-दराज व ग्रामीण क्षेत्रों तक तस्कर अपनी जड़ें मजबूत कर चुके हैं। वह यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के राजनीतिक सचिव हरिकृष्ण हिमराल और पार्टी के पूर्व मीडिया सचिव बलदेव ठाकुर भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस जल्द सदस्यता अभियान शुरू करेगी।

प्रदेश में 7 वर्षों से नहीं चला कांग्रेस का सदस्यता अभियान

राठौर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का सदस्यता अभियान 7 वर्षों से नहीं चल पाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी गठन के बाद सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि संगठन में उन्हें ही स्थान मिलेगा जो पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों, बढ़ती बेरोजगारी व महंगाई, आर्थिक मंदी, गिरती जीडीपी सहित अन्य मुद्दों को लेकर दिल्ली में 14 दिसम्बर को भारत बचाओ महारैली का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें हिमाचल से 1 हजार कार्यकर्ता भाग लेंगे।

पार्टी के कई नेता नए जिला बनाने के पक्षधर नहीं

पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बनाए गए नए संगठनात्मक जिला और ब्लॉक को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वह ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते। उन्होंने कहा कि पूर्व में जो फैसला लिया था, वह उस समय की परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया लेकिन जब पाया गया कि जिस उद्देश्य के लिए यह कदम उठाया गया था, वह पूरा नहीं हो रहा है और उलटा पार्टी कमजोर हो रही है तथा कार्यकर्ताओं का आपसी तालमेल बिगड़ रहा है तो सभी नेताओं से विचार-विमर्श के बाद मामला सोनिया गांधी के समक्ष उठाया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह राठौर, विप्लव ठाकुर व कुलदीप कुमार, पूर्व मंत्री जीएस बाली सहित अन्य वरिष्ठ नेता नए जिला बनाए जाने के पक्षधर नहीं थे।

आईजीएमसी-नर्सिंग कॉलेज में 2-2 प्रिंसीपलों की तैनाती हास्यास्पद

राठौर ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। प्रदेया के ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में स्टाफ की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला और नर्सिंग कॉलेज में एक साथ दो-दो प्रिंसीपलों की तैनाती हास्यास्पद है। कांग्रेस विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इन तमाम मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।

Vijay