Kangra: हिम केयर योजना को बंद नहीं किया केवल लूट को बंद किया : सुक्खू
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 09:41 PM (IST)
नगरोटा सूरियां: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिला के ज्वाली में कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने केवल चुनावी लाभ अर्जित करने के लिए पांच हजार करोड़ रुपए अनावश्यक खर्च किए। बिना उपयुक्त स्टाफ और बजट के प्रावधान के 900 संस्थान खोले गए और सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता में भारी कमी आई। पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश फिसलकर देश में 21वें पायदान पर पहुंच गया है और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी कमी हुई।
उन्होंने कहा कि हिम केयर योजना को बंद नहीं किया गया है। केवल हिम केयर में मची लूट को बंद किया गया है। पिछली सरकार में बहुत से प्राइवेट अस्पतालों को हिम केयर पैकेज दिया जाता था, जिससे धन का दुरुपयोग हो रहा था। इसलिए इसको सरकारी अस्पतालों में किया गया है। भाजपा केवल दुष्प्रचार कर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान अनेक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ साहसिक और सुधारात्मक निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं लेकिन शीघ्र ही इनके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने सबसिडी को सुव्यवस्थित करने और वित्तीय रूप से सक्षम लोगों को इस दायरे से बाहर निकालने के लिए प्रोत्साहित करने की विभिन्न नवाचार प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1000 से अधिक लोग पहले ही अपनी बिजली सबसिडी का स्वेच्छा से त्याग कर चुके हैं और इस मुहिम में अन्य लोग भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अप्रैल माह में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों का सर्वेक्षण फिर शुरू करेगी ताकि कोई लाभार्थी अपने अधिकार से वंचित न रहे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रभावितों की सहायता के लिए केन्द्र सरकार की मदद के बगैर राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज जारी किया। उन्होंने कहा कि विपदा की घड़ी में भी भाजपा हिमाचल के लोगों के साथ खड़ी रहने में विफल रही और केन्द्र से विशेष सहायता के रूप में एक रुपया भी नहीं जुटा पाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर और भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीद रही है। प्राकृतिक तरीके से उगाए गई मक्की को 30 रुपए प्रति किलोग्राम और गेहूं के लिए 40 रुपए प्रति किलोग्राम की खरीद दर सुनिश्चित की गई है।