जुब्बल के रजटाड़ी में सबसे बुजुर्ग मतदाता, रोहड़ू के पंडार में ऊंचा मतदान केंद्र

Friday, May 10, 2019 - 10:46 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र): 1864 में अंग्रेजों ने शिमला को ब्रिटिशराज की समर कैपिटल का दर्जा देकर दुनियाभर में पहाड़ों की रानी का मान बढ़ाया था। तब से लेकर देश व प्रदेश की राजनीति में शिमला का अपना ही महत्व रहा है। पहाड़ों की राजधानी शिमला समझौते समेत महात्मा गांधी के हत्यारे को लेकर मुकद्दमा व सार्क सम्मेलन जैसे कई अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों की गवाह रही है। अब 19 मई को इसी शिमला सीट से एक सांसद चुनकर 5 सालों के लिए देश की संसद में जाएगा। शिमला लोकसभा सीट के अंतर्गत सिरमौर, सोलन और शिमला की 17 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें अर्की, नालागढ़, दून, सोलन, कसौली, पच्छाद, नाहन, श्री रेणुकाजी, पांवटा साहिब, शिलाई, चौपाल, ठियोग, कसुम्प्टी, शिमला, शिमला ग्रामीण, जुब्बल-कोटखाई और रोहड़ू विधानसभा सीट शामिल हैं। 

शिक्षण संस्थान

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, आई.आई.एम. नाहन, मैडीकल कालेज नाहन, आई.जी.एम.सी. शिमला, बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी समेत 9 निजी विश्वविद्यालय, स्नावर स्कूल, बी.सी.एस. शिमला, सैंट बीड्स कालेज, पांवटा साहिब के मिस्रवाला में मदरसा जैसे उच्च श्रेणी के शिक्षण संस्थान शिमला चुनाव क्षेत्र में मौजूद हैं।

12,59,085 मतदाता करेंगे 6 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला

शिमला सीट के लिए इस बार 12,59,085 मतदाता 6 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 6,54,248 पुरुष और 6,04,822 महिला मतदाता तथा थर्ड जैंडर के 15 वोटर हैं। शिमला हलके में इस बार 2006 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

धरोहरें

1964 में भारत सरकार द्वारा स्थापित आई.आई.ए.एस., ऐतिहासिक राजभवन,देश की पहली महिला स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर का आवास, यूनैस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल मार्ग समेत शिमला की 4 दर्जन से अधिक ऐतिहासिक धरोहरें दुनियाभर में शिमला का मान बढ़ाती हैं। शिमला में औपनिवेशिक युग के समय की ट्यूडरबेटन और नव-गॉथिक वास्तुकला के साथ-साथ कई मंदिर और चर्च शामिल हैं।

शिमला संसदीय हलके की सीमाएं

शिमला उत्तर भारत के राज्य हिमाचल की राजधानी है। शिमला संसदीय हलके के सिरमौर की सीमाएं दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड, उत्तर में मंडी, बिलासपुर व कुल्लू, पूर्व में किन्नौर, दक्षिण में हरियाणा व पश्चिम में पंजाब से भी लगती हैं।

कुछेक रोचक जानकारियां?

- शिमला संसदीय क्षेत्र में सबसे ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्र बूथ नंबर 123-पंडार (समुद्र तल से 9000 फुट की ऊंचाई)।
- सबसे ज्यादा 14 किलोमीटर पैदल दूरी तय करके 123- पंडार (रोहड़ू) तक पहुंचेगी पोङ्क्षलग पार्टी।
- शिमला चुनाव क्षेत्र में सबसे अधिक 109 साल उम्र की मतदाता जुब्बल-कोटखाई के रजटाड़ी में शांगरी देवी है।
- शिमला संसदीय हलके में सबसे ज्यादा वोटर दून के बिलनवाली और सोलन के सोलन वार्ड नंबर 8 (2) में हैं। (दोनों जगह 1370-1370 मतदाता)।
- शिमला संसदीय क्षेत्र में सबसे कम वोटर शिमला के 2-समरहिल में 71 मतदाता।
- शिमला चुनाव क्षेत्र ने हिमाचल को 3 मख्यमंत्री डा. वाई.एस. परमार, राम लाल ठाकुर और वीरभद्र सिंह दिए।
- शिमला ने हिमाचल को दुनियाभर में सेब राज्य के तौर पर पहचान दिलाई है। हिमाचल की आर्थिकी का सेब मुख्य आधार माना जाता है। ठियोग बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन में एशिया में मशहूर है तो सोलन का टमाटर और सिरमौर आड़ू, अदरक व लहसुन उत्पादन के लिए मशहूर हैं।

Ekta