जियो कंपनी को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में हुआ नया खुलासा
punjabkesari.in Wednesday, Mar 08, 2017 - 09:40 AM (IST)

शिमला: रिलायंस जियो के सर्कल कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में नया खुलासा हुआ है। आरोपी के मोबाइल सिम कार्ड की तहकीकात से पता चला है कि इसमें फोटो किसी और का लगाया गया है जबकि फार्म में नाम-पता किसी और का दिया गया है। कार्डधारक के बारे में दी गई सूचना से फोटो का मिलान नहीं हो रहा है। इसी सिलसिले में सी.आई.डी. ने सॢवस प्रोवाइडर कंपनी को नोटिस जारी किया है। कंपनी ने बिना वैरीफिकेशन किए सिम कार्ड दे दिया, जिसका बाद में दुरुपयोग हुआ है। इसे लेकर साइबर सैल ने टैलीकॉम रैगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया को पत्र लिखा है, जिसमें कंपनी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करने को कहा गया है। अब इस कंपनी की सभी ऐसी सिम जांच के दायरे में आएंगी, जिनकी, वैरीफिकेशन नहीं की गई है।
सी.आई.डी. की जांच से उपभोक्ताओं में मचा हड़कंप
सी.आई.डी. की जांच से उपभोक्ताओं में भी हड़कंप मचने के आसार हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों रिलायंस जियो के हिमाचल सर्कल कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। बार-बार धमकियां मिलने के बाद जियो के संबंधित अधिकारी की शिकायत पर शिमला स्थित सी.आई.डी. के साइबर थाने में एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। इसके बाद डी.आई.जी. साइबर क्राइम डा. विनोद कुमार धवन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पैशल टीम गठित की। चंद दिनों के भीतर धमकी देने के आरोपी को सोलन के बद्दी से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अनिरुद्ध मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। वह बद्दी में नौकरी करता है। उससे कड़ी पूछताछ की गई। बाद में हालांकि उसे कोर्ट से जमानत मिल गई लेकिन केस की जांच से मालूम हुआ कि वह मोबाइल के सिम कार्ड का दुरुपयोग कर रहा था। उसके नाम-पते की सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने वैरीफिकेशन नहीं की।
पुख्ता सबूत जुटाने के बाद कंपनी को नोटिस जारी
पुख्ता सबूत जुटाने के बाद कंपनी को नोटिस जारी किया गया है, साथ ही उन व्यक्तियों को चिन्हित किया जा रहा, जिन्होंने बिना वैरीफिकेशन के सिम कार्ड हासिल किए हैं। अगर इसमें कार्डधारक का असली फोटो नहीं पाया गया तो फिर वे भी जांच की जद में आएंगे। हिमाचल के साइबर सैल ने पश्चिम बंगाल की पुलिस को भी पत्र लिखा है, जिसमें आरोपी की पृष्ठभूमि के बारे में सूचना मांगी गई है।