JEE Main की परीक्षा में सार्थक दीवान बने हिमाचल के टॉपर, ऐसे हासिल किया मुकाम

Sunday, Jan 19, 2020 - 05:30 PM (IST)

शिमला (तिलक राज): 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद जेईई मेन 2020 के परीक्षा परिणाम में शिमला के सार्थक दीवान हिमाचल के टॉपर बने हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित जेईई मेन की परीक्षा में सार्थक दिवान ने 99.9683001 परसैंटाइल हासिल किए हैं। वह शिमला के संजौली के रहने वाले हैं। सार्थक के माता-पिता आईजीएमसी में चिकित्सक हैं। सार्थक ने मुकाम हासिल करने के लिए जहां रात-दिन पढ़ाई की वहीं सोशल मीडिया से 2 साल तक पूरी तरह से दूरी बनाई रखी। परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा के एक कोचिंग सैंटर से नोट्स लिए और घर पर ही पढ़ाई की।

सोचा नहीं था कि हिमाचल में टॉपर बनूंगा

सार्थक ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया और कहा कि उन्हें माता-पिता का पूरा सहयोग मिला और पूरी लगन से परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने कहा सोचा नहीं था कि वे हिमाचल में टॉपर बनेंगे लेकिन जब रिजल्ट आया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सार्थक ने कहा कि यहां तक पहुंचने के लिए 2 साल तक फेसबुक और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी। मोबाइल का इस्तेमाल केवल अपनों से बात करने के लिए किया।

6 से 7 घंटे पढ़ाई करते हैं सार्थक

सार्थक 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते हैं। कम्प्यूटर और इंटरनैट का इस्तेमाल स्टडी मैटीरियल जुटाने को किया ओर पूरा समय अपनी पढ़ाई को दिया। उन्होंने कहा कि पूरी लगन के साथ पढ़ाई करेंगे तो कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं। सार्थक कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और अब जेईई एडवांस की तैयारी में जुट गए हैं। सार्थक के माता-पिता दोनों ही आइजीएमसी में डॉक्टर हैं लेकिन सार्थक ने मेडिकल की फील्ड छोड़कर इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने की सोची, जिसमे उन्हें माता-पिता का पूरा सहयोग मिला।

बच्चों पर कभी नहीं डालना चाहिए प्रैशर

उधर, सार्थक दीवान की इस उपलब्धि से माता-पिता काफी खुश हैं। उनका कहना है कि उन्होंने बच्चे को पूरी तरह से फ्री रखा था और अपनी इच्छा से उसने इंजीनियरिंग की फील्ड चुनी है। उन्हें ये उम्मीद नहीं थी कि बेटा हिमाचल का टॉपर बनेगा। उनका कहना है कि बच्चों पर कभी प्रैशर नहीं डालना चाहिए।

Vijay