IPH विभाग की वजह से उपेक्षा का दंश झेल रहा था ऐतिहासिक मंदिर, अब प्रशासन ने दिए ये निर्देश

Saturday, Jan 11, 2020 - 04:19 PM (IST)

रामपुर बशहर (विशेषर नेगी): शिमला जिला के रामपुर स्थित ऐतिहासिक एवं पौराणिक मंदिरों में से एक जानकी माई गुफा मंदिर की महत्ता को बनाए रखने के लिए प्रयास तेज हो गए हैं। कुछ वर्ष पूर्व इस ऐतिहासिक मंदिर को नजरअंदाज करते हुए आईपीएच विभाग ने मंदिर प्रवेश द्वार के ठीक ऊपर से सीवरेज लाइन गुजारी थी, ऐसे में इस धार्मिक स्थान को उपेक्षा का शिकार होना पड़ा था लेकिन एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान की दूरदृष्टि ने इस समस्या को दूर करने के लिए दृढ़ता से पहल शुरू हुई है। हालांकि कई वर्षों से देवसमाज व धार्मिक आस्थाओं से जुड़े लोगों ने सीवरेज लाइन और मंदिर की ऐतिहासिकता को बनाए रखने की मांग को आवाज उठाई थी।

वास्तविकता को समझते हुए एसडीएम रामपुर की अध्यक्षता में आईपीएच, पीडब्ल्यूडी, टीसीपी और भीमा काली मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर संयुक्त निरीक्षण किया। इस दौरान बुशहर संस्कृति मंच के माध्यम से रामपुर बुशहर के बुद्धिजीवियों और अन्य मंदिरों के साधुओं ने भी हिस्सा लिया। सभी परिस्थितियों को समझते हुए एसडीएम रामपुर ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा के बाद सीवरेज लाइन को हटाने के निर्देश दिए। अब जल्द ही लाइन को नीचे उतार कर डीएवी स्कूल की दीवार से होते हुए आगे गुजारा जाएगा। इसके अलावा एसडीएम रामपुर ने कहा कि नई स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए नगर परिषद को निर्देश दिए जाएंगे।

मंदिर ट्रस्टी श्याम लाल गुप्ता ने बताया कि एसडीएम रामपुर की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों ने मौके का मुआयना किया और सीवरेज लाइन बदलने के निर्देश दिए गए। एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान ने बताया जानकी माई गुफा मंदिर के मुख्य द्वार के ऊपर से करीब 10 वर्ष पूर्व सीवरेज लाइन बिछाई गई थी। लोगों को इस लाइन के नीचे से गुजरना पड़ता था। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने भी शिकायत की। अब निरीक्षण के बाद लाइन को बदलने की सहमति बनी है।

Vijay