1 साल बीतने के बाद भी जयराम सरकार ने नहीं भरे स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के खाली पद

Wednesday, Jul 24, 2019 - 11:15 AM (IST)

शिमला (प्रीति): प्रदेश सरकार ने एक वर्ष पहले स्कूलों में शारीरिक शिक्षक के 2000 पद भरने की घोषणा की थी। खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 5 अक्तूबर 2018 को स्कूलों में खाली पड़े 4000 पदों में से 2000 पद भरने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक इनमें से एक भी पद नहीं भरा गया है। ये आरोप हिमाचल प्रदेश बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शशिकांत ठाकुर, उपाध्यक्ष सुनील ठाकुर, कोषाध्यक्ष विजय कुमार, मीडिया प्रभारी ऋषि शर्मा, कार्यकारणी सदस्य भखताबर खान, कर्ण राठौड़, कुमारी शैलजा, बोबी भागटा, निर्मला शर्मा, आदर्श ठाकुर, भगवान दास, हेत राम, अनिल कुमार रुमल व रविंदर कुमार ने सरकार पर लगाए हैं। 

उनका कहना है कि शारीरिक शिक्षक (फिजिकल एजुकेशन टीचर) के 4000 पद और डी.पी.ई. के 201 पद न भरने से प्रदेश के शारीरिक शिक्षकों में खासा रोष है। मामले पर मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से बार-बार मिलने के बाद भी सरकार इन पदों को नहीं भर रही है। इसको लेकर हर बार सरकार बजट का रोना रो रही है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने ऐसे स्कूल जहां छात्रों की संख्या 100 से कम है, वहां पर शारीरिक शिक्षकों के पद नहीं भरे जा रहे हैं। सरकार के ऐसे फैसले से छात्रों और शिक्षकों के साथ अन्याय हो रहा है।

100 से ज्यादा छात्रों वाले स्कूलों में भी नहीं भरे जा रहे शिक्षकों के खाली पद

बेरोजगार शिक्षकों का आरोप है कि 100 से ज्यादा छात्र वाले स्कूलों में भी सरकार उक्त पदों को नहीं भर रही है। जिला मंडी में 481 स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 100 से ऊपर है। कांगड़ा जिले में 212, बिलासपुर जिले में 120, ऊना जिला में 68, सिरमौर जिला में 124, कुल्लू जिला में 93, सोलन जिला में 52, किन्नौर जिला में 21 स्कूलों में छात्रों की संख्या 100 से ऊपर है, लेकिन यहां शारीरिक शिक्षकों के पद नहीं भरे जा रहे हैं। 

मुख्यमंत्री से 2000 पद भरने का किया आग्रह

स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के खाली पद भरने की मांग को लेकर बेरोजगार शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल शशिकांत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिला। इस दौरान बेरोजगार शिक्षकों ने 2000 खाली पदों को भरने की मांग मुख्यमंत्री से की। 

Ekta