मरीजों को राहत, जयराम सरकार ने नि:शुल्क किया ब्रेन स्ट्रोक का 60 हजार वाला इंजैक्शन (Video)

Monday, Oct 07, 2019 - 02:02 PM (IST)

शिमला (जस्टा): सरकार ने मरीजों की सुविधा के लिए अस्पतालों में ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए 60,000 रुपए का इंजैक्शन नि:शुल्क किया है। अब ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों का इलाज आसानी से हो पाएगा। इससे पहले मरीजों को ज्यादा पैसे खर्च कर यह इंजैक्शन बाहर से खरीदना पड़ता था। ऐसे में बदलते परिदृश्य में ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ते देखकर सरकार ने टी.पी.ए. यानी टिशू प्लांट एक्टिवेशन इंजैक्शन अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध करवाया है। प्रदेश में आई.जी.एम.सी. के अलावा 17 ऐसे स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां ब्रेन स्ट्रोक का इलाज संभव है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में इंजैक्शन उपलब्ध करवाया गया है। ब्रेन स्ट्रोक को कई नामों से भी जाना जाता है। इसमें पक्षाघात, लकवा और अधरंग हैं। इसका कारण ब्रेन तक खून की सप्लाई प्रभावित होना है।

दिमाग के जिस हिस्से में खून प्रवाहित नहीं होता है वहां अधरंग या ब्रेन स्ट्रोक हो जाता है, जैसे मुंह-हाथ का काम करना बंद करना व बोलने या सुनने में दिक्कतें आती हैं। अस्पताल में 75 फीसदी मरीज ऐसे आते हैं जिनके मुंह-हाथ हिलना-ढुलना बंद कर देते हैं या फिर उन्हें बोलने में परेशानी होती है। इन दिनों आई.जी.एम.सी. में रोजाना ही ब्रेन स्ट्रोक के मरीज आ रहे हैं। प्रदेश में ब्रेन स्ट्रोक के इलाज के लिए एच.पी. टैलीस्टोक के नाम से सुविधा शुरू की गई है। यह सुविधा उन स्वास्थ्य केंद्रों में है, जहां पर सी.टी. स्कैन की सुविधा उपलब्ध है। इन सभी केंद्रों पर चिकित्सकों को ट्रेंड किया गया है। चिन्हित स्वास्थ्य केंद्रों में टी.पी.ए. इंजैक्शन उपलब्ध करवा दिया गया है जो ब्रेन स्ट्रोक के दौरान दिमाग में बने खून के थक्कों को ठीक करता है। कभी भी व्यक्ति में मुंह टेढ़ा होना, हाथ का काम न करना, बोलने-सुनने में समस्या होना और ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत अस्पताल में चैक करवाना चाहिए। आई.जी.एम.सी. में इस बीमारी से बचने के लिए पूरी सुविधा है।

Ekta