हिमाचल में रोजगार सृजन जैसे मुद्दों की चर्चा विधानसभा में भी होनी चाहिए: संजय पराशर

punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 09:48 AM (IST)

रक्कड़। जसवां-प्रागपुर क्षेत्र में शुक्रवार को आयोजित हुई एक ज़बरदस्त मैराथन प्रतियोगिता ने हिमाचल की राजनीति और खेल के मैदान दोनों में हलचल मचा दी। जोल से नारी खेल मैदान तक की साढ़े आठ किलोमीटर की यह दौड़ महज़ शारीरिक चुनौती नहीं थी, बल्कि कैप्टन संजय पराशर ने इसे प्रदेश के युवा रोज़गार संकट को उजागर करने के लिए एक मंच के रूप में इस्तेमाल किया। 

कैप्टन पराशर ने इस आयोजन के समापन पर एक तीखा और महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विधानसभा के भीतर रोज़गार सृजन जैसे मुद्दों पर केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ बहस होनी चाहिए। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपनी नीतियों के केंद्र में युवाओं के भविष्य को रखें, क्योंकि अवसर की तलाश आज की युवा पीढ़ी की सबसे बड़ी और अनिवार्य ज़रूरत है। 

प्रदेश भर से उमड़ा युवाओं का सैलाब

इस प्रतियोगिता का दोहरा उद्देश्य था- खेल भावना को प्रोत्साहन देना और साथ ही युवाओं की करियर संबंधी अनिश्चितताओं को सामने लाना। प्रदेश के कोने-कोने से और यहां तक कि बाहर से भी 432 प्रतिभागियों की भारी उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि युवा अवसरों की तलाश में कितने आतुर हैं और अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए किसी भी मंच का उपयोग करने को तैयार हैं। मैराथन का माहौल अत्यंत ऊर्जावान था, जहां धावकों ने कठिन और चुनौतीपूर्ण रास्ते पर अपने संपूर्ण दमखम का प्रदर्शन किया। 

विजयी धावकों का शानदार प्रदर्शन में सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन संदीप कुमार का रहा, जिन्होंने 22 मिनट 15 सेकंड के बेहतरीन समय के साथ पहला स्थान हासिल किया। उनका यह रिकॉर्ड-तोड़ समय युवाओं के प्रचंड आत्मविश्वास और शारीरिक क्षमता का साक्षात् प्रमाण था। दूसरे स्थान पर फारूख चौधरी रहे, जबकि तीसरे स्थान पर संदीप कुमार ने कब्जा किया, जिससे शीर्ष स्थानों के लिए मुकाबला बेहद रोमांचक बन गया। इसके बाद, चौथे से बारहवें स्थान तक क्रमशः दीपक, अंकित, अनमोल, गुरप्रीत, मनीष, अमित, अनिकेत, केशव और जसपाल ने जगह बनाई।

स्थानीय प्रतिभाओं ने भी अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया। जसवां-प्रागपुर के ग्रामीण अंचलों से, बणी के विवेक और साहिल, वडाल के हर्ष, और गरली के अभि और नवीन ने टॉप चालीस धावकों में अपना स्थान सुनिश्चित किया। कैप्टन पराशर ने इन ग्रामीण प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा कि सही मार्गदर्शन और मौका मिलने पर ये युवा निश्चित रूप से हिमाचल का भविष्य संवार सकते हैं।

प्रोत्साहन राशि का वितरण कार्यक्रम के अंत में, कैप्टन संजय पराशर ने शीर्ष बारह विजेताओं को कुल 1,47,000 की नकद राशि प्रदान की। इसके अतिरिक्त, दौड़ पूरी करने वाले 400 अन्य युवाओं में भी दो लाख रुपये की उत्साहवर्धक राशि वितरित की गई। पराशर ने आश्वासन दिया कि युवाओं को ऐसे और मंच प्रदान करने के लिए निकट भविष्य में भी इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता रहेगा।


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Content Editor

Jyoti M

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