मंडी की ये पंचायत एक बार फिर सुर्खियों में, जानिए इस बार क्या लगे आरोप

Friday, Aug 09, 2019 - 09:46 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिला के विकास खंड बल्ह की ग्राम पंचायत दसेहड़ा एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। अभी ग्राम पंचायत जान-बूझकर वर्षों तक विकास कार्यों को लटकाए जाने से रुके विकास के आरोपों से घिरी ही हुई थी कि वहीं ताजा घटनाक्रम में गांववासियों ने फिर ग्राम पंचायत दसेहड़ा के पदाधिकारियों पर विकास कार्यों में अनियमितता व पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगा दिए हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि ग्राम पंचायत में करवाए जा रहे कार्यों में पंचायत झूठे बिल बनाकर लोगों को सरकार से मिलने वाली सहायता राशि को डकार रही है।

गोटशैड की छत पर डाले स्लेट, बिल में दिखा दीं लोहे की चादरें

ग्राम पंचायत दसेहड़ा के घनेड़ा गांव के कर्म सिंह पुत्र महंत राम ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पंचायत के माध्यम से अपनी गोटशैड (ओडी) का निर्माण करवाया है, जिसके लिए सरकार से 35 हजार रुपए मंजूर हुए थे। उसने कहा कि गोटशैड के निर्माण में लकड़ी, पत्थर, दरवाजे व खिड़कियों के लिए उसके द्वारा पैसों का भुगतान किया गया था। इसके साथ ही छत में स्लेट भी डाले गए थे लेकिन पंचायत द्वारा 6 फरवरी, 2017 को जारी किया गया बिल नंबर-43 जो रमेश वैल्डिंग वर्कस और टैंट हाऊस के नाम से है, उसमें लोहे की चादरों, दरवाजों और खिड़कियों का कुल बिल 8740 रुपए व मंजूर राशि 7038 रुपए है। उसने कहा कि यह बिल सरासर झूठा है। उन्होंने कहा कि गोटशैड के निर्माण में उसके द्वारा भुगतान करते हुए स्लेट डलवाएं गए हैं लेकिन बिल लोहे की चादरों का है।

मनेरगा के तहत नहीं हुए कार्य का भी कर दिया भुगतान

उन्होंने कहा कि इसके अलावा मनरेगा की मजदूरी के मात्र 18,190 रुपए की ही अदायगी की गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इसके साथ-साथ पंचायत द्वारा 5088 रुपए का भुगतान मनेरगा के अंतर्गत कार्य न करने पर भी कर दिया गया है और इस राशि को भी वार्ड पंच द्वारा बार-बार मांग कर लोगों से वापस ले लिया गया है। शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि पंचायत में गौशाला निर्माण के ऐसे और भी कई मामले हैं, जिनमें लेन-देन में गड़बड़ी की गई है।

लिंक रोड के निर्माण में भी बरती अनियमितता

उसने कहा कि एक अन्य मामले में सत्संग घर से चुरडू गांव तक बने लिंक रोड में भी मजदूरी करने वाले लोगों ने पंचायत पर अनियमितता के आरोप जड़े हैं। शिकायतकर्ता पूर्व प्रधान दसेहड़ा लेख राम, वर्तमान वार्ड पंच चौधरी राम, आशा देवी, सुनीता देवी, निर्मला देवी व नानदेई आदि का कहना है कि इस लिंक रोड के निर्माण में सबसे पहले जय माता ट्रेडर्ज को 4 एमएक्स कट स्टोन की खरीद के नाम पर 6600 रुपए की अदायगी की गई है लेकिन इस कार्य में एक भी पत्थर बाहर से खरीदकर नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ मस्ट्रोल में उन लोगों के नाम हैं जो कभी काम पर नहीं आए हैं और उन्हें मेहनताने का भुगतान भी कर दिया गया है। इसके अलावा सीमैंट की खपत भी कागजों में काफी अधिक बताई गई है।

डीसी मंडी और बीडीओ बल्ह से लगाई गुहार, नहीं हुई विभागीय कार्रवाई

लोगों का कहना है कि इस बारे पंचायत के लोग डीसी मंडी और बीडीओ बल्ह से पहले भी जांच की गुहार लगा चुके हैं लेकिन आजदिन तक ग्राम पंचायत दसेहड़ा के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। शिकायतकर्ताओं ने बीडीओ बल्ह व डीसी मंडी से पंचायत में बनी सभी गोटशैड के निर्माण की जांच किसी स्वतंत्र एजैंसी से करवाने और अन्य कार्यों जैसे चुरड नाले पर बने पुल के निर्माण में मजदूरी करने वाले लोगों को भुगतान करने को लेकर कार्रवाई की मांग की है।

पंचायत प्रधान ने नकारे आरोप

ग्राम पंचायत दसेहड़ा के प्रधान लेखराज ने कहा कि पंचायत के ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। मनेरगा के अंतर्गत किए जाने वाला भुगतान ऑनलाइन होने से उसमें पंचायत का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है। अगर लोगों द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाए जाते हैं तो दोषी लोगों पर मानहानि का केस किया जाएगा। वहीं विकास खंड बल्ह के एसईबीपीओ जीएस ठाकुर ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जिसको लेकर जांच अमल में लाई जाएगी।

Vijay