अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव : विक्की चौहान के नाम रही पहाड़ी नाइट, नाटियों पर झूमे दर्शक (Vide

Wednesday, Jun 05, 2019 - 10:53 AM (IST)

शिमला: अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या पहाड़ी कलाकारों के नाम रही। पहाड़ी नाइट में हिमाचल के गायक विक्की चौहान की नाटियों पर दर्शक खूब झूमे। विक्की चौहान ने स्टेज पर पहुंचते ही अपने हिट सांग सही पकड़े है..सही पकड़े हैं ये लगी नाटी से अपनी प्रस्तुति की शुरूआत की। उनके गाने सुन कर रिज मैदान पर बने पंडाल में बैठे दर्शक नाचने को मजबूर हो गए। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई नाटियां प्रस्तुत कर दर्शकों को खूब नचाया। उन्होंने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। वहीं इससे पहले कांगड़ा के कुमार साहिल ने भी अपने गीतों से दर्शकों का दिल जीता। यही नहीं, इससे पहले लोग गायक नरेंद्र ठाकुर ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। दूसरी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया। डी.सी. शिमला ने शॉल-टोपी देकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

पहाड़ी नाटियों पर स्कूली बच्चों ने दी प्रस्तुतियां

शिमला अन्तर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्स्व के दूसरे दिन की शुरूआत स्कूली बच्चों के कार्यक्रम से हुई। बच्चों ने चार बजे से पांच बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर शिमला के लगभग 5 स्कूलों के बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के शुरूआत में आंचल पब्लिक स्कूल के छात्र व छात्राओं द्वारा गुजराती नृत्य पेश किया गया। इसके बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्क ड़ बाजार की छात्राओं द्वारा हिमाचली लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया। वहीं सैंट एडवर्ड स्कूल के छात्रों व छात्राओं ने कथक  नृत्य दर्शकों के समक्ष पेश किया गया। बच्चों के कथक नृत्य की लोगों ने खूब सराहना की। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बालूगंज द्वारा चम्बयाली नृत्य प्रस्तुत किया गया। बच्चों के एक घंटे के कार्यक्रम के आखिर में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी के छात्रों द्वारा नाटी प्रस्तुत की गई।

लोक नृत्य प्रतियोगिता में सिरमौर, बिलासपुर व लाहौल-स्पीति ने दी प्रस्तुति

भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से शिमला ग्रीष्मोत्सव में राज्य स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। लोक नृत्य प्रतियोगिता में मंगलवार को जिला सिरमौर, जिला बिलासपुर तथा जिला लाहौल-स्पीति के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। यह प्रस्तुति 5 बजे से 6 बजे तक दी गई। भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से ग्रीष्मोत्सव के अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों के कलाकारों की प्रतियोगिता की जा रही है। ग्रीष्मोत्सव के समापन अवसर पर विभिन्न जिलों के कलाकारों को पुरस्कृत किया जाएगा।

ग्रीष्मोत्सव में स्थानीय कलाकारों ने बांधा समा

शिमला ग्रीष्मोत्सव के दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों ने समा बांधा। कलाकारों ने पहाड़ी, हिन्दी व पंजाबी गाने गाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। स्थानीय कलाकारों को सुनने के लिए काफी संख्या में लोग रिज मैदान पर उपस्थित रहे, जबकि ग्रीष्मोत्सव को बनाए के पंडाल में अधिकतर कुॢसया खाली रहीं। लोगों ने खुले मैदान में नाटियों का आनंद लिया। मंगलवार को हिमाचल के स्थानीय कलाकार में के.के. भारद्वाज, जय प्रकाश, भावना, आरती डोगरा, डा. गोपाल भारद्वाज, दीक्षा देवलस्या, मनोज कुमार, चंद्रमोहन ठाकुर, नीलम गंधर्व, विनोद कुमार, डी.आर. भारद्वाज, मनु, ईशानिका शर्मा, जय प्रकाश, भूमिका हरनोट तथा कला चौहान द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं।

ग्रीष्मोत्सव में पहली बार हुई खेलकूद प्रतियोगिता

अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव के अवसर पर पहली बार इंदिरा गांधी खेल परिसर में मंगलवार को विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। खेल परिसर में बैडमिंटन में 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें 15 लड़कियां तथा 65 लड़के हैं। इसके अतिरिक्त खेल परिसर में वालीबाल प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें लड़कियों की 4 तथा लड़कों की 12 टीमों ने भाग लिया। इसके अलावा ताईक्वांडों की प्रतियोगिता भी करवाई गई। ग्रीष्मोत्सव में पहली बार स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें 1 साल से 5 साल के बच्चों को पुरस्कृत किया गया।

बेबी शो में 0 से 1 साल में रिधम प्रथम

ग्रीष्मोत्सव के दौरान हुए बेबी शो प्रतियोगिता में 0 से 1 साल की आयु रिधम पहले स्थान पर, मंथिका दूसरे और सातविक तीसरे स्थान पर रहे। 1 से 3 साल की आयु में विवान पहले, सिद्धार्थ दूसरे और पार्थ तीसरे स्थान पर रहे। 3 से 5 साल की आयु में विहान पहले, आर्य दूसरे और तीसरे स्थान पर विवान रहे।

पहाड़ी नाइट में नहीं आ सके हेंमत शर्मा, 6 जून को मचाएंगे धमाल

पहाड़ी नाइट में ठियोग के लोक कलाकार हेमंत शर्मा का नाम शामिल था, लेकिन पारिवारिक व निजी कारणों से वह मंगलवार को प्रस्तुति देने नहीं आ पाए, लेकिन वह ग्रीष्मोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पहाड़ी गानों की बेहतरीन प्रस्तुति देंगे।

Vijay