राज देवता माधोराय की अंतिम जलेब के साथ अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव संपन्न (Watch Pics)

Tuesday, Mar 08, 2022 - 11:35 PM (IST)

मंडी (रजनीश): अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंगलवार को राज देवता माधोराय की अंतिम जलेब के साथ संपन्न हुआ। मेले की आखिरी जलेब माधोराय मंदिर परिसर से दोपहर 2 बजे निकली, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर उपस्थित हुए। जलेब माधोराय मंदिर से निकलकर समखेतर से होते हुए वापस पड्डल मैदान में पहुंची। इससे पहले राज्यपाल ने माधोराय के मंदिर में पूजा-अर्चना की। पड्डल में समापन समारोह में राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मेले एवं त्यौहार अपने में अनूठे होते हैं और यह राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए हैं।

राज्यपाल ने कहा कि इस महोत्सव की बहुमूल्य परंपराओं को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित रखा जाना चाहिए क्योंकि यह एक राज्य एवं राष्ट्र के रूप में हमारी पहचान की पुष्टि करती हैं। उन्होंने कहा कि यहां के ऊंचे पर्वतों की भांति प्रदेश के लोगों का हृदय भी विशाल है और हिमाचल अपने स्नेहपूर्ण आतिथ्य-सत्कार के लिए जाना जाता है। शिवरात्रि महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने राज्यपाल का स्वागत एवं सम्मान किया। मेले में 200 पंजीकृत देवता शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बजंतरियों के अनुदान एवं उनके राशन अनुदान तथा नजराना राशि में इस वर्ष आशातीत बढ़ौतरी की गई है।

चौहाटा की जातर में देवताओं के दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब

अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के अंतिम दिन मंगलवार को चौहाटा की जातर में देवी-देवताओं के दर्शन करने के लिए जनसैलाब उमड़ा। चौहटा जातर में लगभग 150 देवी-देवताओं ने भाग लिया और इसके बाद सभी देवी-देवता एक-दूसरे के साथ मिलकर अपने मूल स्थानों को लौट गए। इससे पहले मेला कमेटी अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने राज राजेश्वरी के मंदिर में पूजा-अर्चना की और उसके बाद चौहाटा बाजार में विराजमान देवी-देवताओं को चादरें और पूजा सामग्री भेंट की।

देवी-देवताओं को बैठने के लिए जगह न मिलने पर हुआ विवाद

चौहाटा जातर के दौरान देवी-देवताओं के लिए बैठने को जगह न मिलने के लिए विवाद हुआ। जगह न मिलने पर देवता श्री गोरखनाथ, जय देव रिजाइन रियागड़ू और लंजनु देव ने नाराज होकर माधोराय के मंदिर पहुंचकर रोष जताया लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा लिया गया।

देव कमरूनाग के दर्शकों को उमड़ा जनसैलाब

7 दिन तक टारना मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन देने के बाद मंगलवार सुबह बड़ा देव कमरूनाग ने टारना से उतरकर चानणी में विराजमान होकर लोगों को आशीर्वाद दिया। देव कमरूनाग सुबह 9 बजे चानणी पहुंचे और 11 बजे तक भी दर्शन दिए। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने भी यहां पर देव कमरूनाग और बाद में बाबा भूतनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। 

आदि ब्रम्हा ने बांधी कार

मंडी शहर की खुशहाली और समृद्धि के लिए उत्तरशाल घाटी के देव आदिब्रह्मा ने कार बांधी। देवता के गुर ने देवता के रथ के साथ शहर की परिक्रमा करते हुए शहरवासियों की सुख-समृद्धि के लिए दुआ की। इस दौरान देवता के देवलुओं ने जौ के आटे का गुलाल हवा में उछालकर बुरी आत्माओं को दूर रहने का आह्वान किया। 

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Content Writer

Vijay