राजदेवता माधोराय की शाही जलेब के साथ अंतर्राष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि महोत्सव शुरू (Watch Pics)

Wednesday, Mar 02, 2022 - 06:26 PM (IST)

मंडी (रजनीश): राजदेवता माधोराय की शाही जलेब के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि महोत्सव-2022 का आगाज भी धूमधाम के साथ हो गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजदेवता माधोराय के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद रियासतकाल से निकलने वाली इस शाही जलेब में शिरकत की। राजदेवता माधोराय की जलेब बुधवार को शानोशौकत के साथ निकली। इस बार की जलेब की विशेषता यह रही कि इसमें हिमाचली व मंडयाली संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाले सांस्कृतिक दलों ने अपने-अपने क्षेत्र के परंपरागत पहनावे के साथ नाचते-झूमते प्रतिनिधित्व किया, जिसमें शिवाबदार क्षेत्र को मशहूर डंठणू नृत्य के अलावा किनौर का नृत्य, सनोरघाटी की नाटी के अलावा प्रजापिता ब्रम्हकुमारी संस्था की ओर से शिवरात्रि को लेकर विशेष झांकी जलेब में शामिल की। वहीं पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम का प्रचार किया। 

मुख्यमंत्री ने पड्डल मैदान में ध्वजारोहण कर एक सप्ताह तक चलने वालने मेलों का विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रदेश सरकार में आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डाॅ. साधना ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, विधायक अनिल शर्मा, कर्नल इंद्र सिंह, राकेश जम्वाल, जवाहर ठाकुर, इंद्र सिंह गांधी, प्रकाश राणा, मिल्कफैड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष राजबलि, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, नगर निगम मंडी की अध्यक्ष दीपाली जसवाल, उपाध्यक्ष विरेंद्र भट्ट एवं पार्षदगण, जिला परिषद सदस्य प्रियंता शर्मा व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पायल वैद्य आदि जलेब में शामिल हुए। 

जलेब में हिमाचल के अलावा मंडी जनपद की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखी, जिसमें किनौरी नृत्य, सनोर घाटी का नृत्य नाटी,और डंठणू के अलावा विभिन्न झांकियां भी जलेब में शामिल हुई। माधोराय की जलेब में सबसे आगे पुलिस के घुड़ सवार पुलिस और होमगार्ड बैंड, पुलिस के जवान, होमगार्ड्स की टुकड़ियों के साथ-साथ सांस्कृतिक छटा बिखेरते सांस्कृतिक दलों ने भी शिरकत की। शिवरात्रि महोत्सव के दौरान निकलने वाली माधोराय की जलेब में बालीचौकी क्षेत्र के देवता छानणू-झमाहूं की जोड़ी ढोल नगाड़ों की लय पर झूमते हुए सबसे आगे चल रही थी। इसके पश्चात देव कोटलू नारायण, देव सरोली मार्कंडेय, देव शैटी नाग, देवी डाहर की अंबिका, देव विष्णु मतलोड़ा, देव मगरू महादेव, देव चपलांदू नाग, श्रीदेव बायला नारायण, देव बिटठु नारायण, देव लक्ष्मीनारायण पखरोल, चौहारघाटी के देव हुरंग नारायण, देव घड़ौनी नारायण, देव पशाकोट नारायण, देव पेखरू का गहरी, देव चुंजवाला शिव, देव तुंगासी ब्रम्हा, देवी सरस्वती महामाया, देवी नाऊ अंबिका के बाद राज माधव की चांदी की कुर्सी और उसके पीछे राजदेवता की पालकी चल रही थी।

वहीं राजदेवता माधोराय की पालकी के पीछे देव शुकदेव डगाहंढु, देव शुकदेव मड़घयाल, देव जलौणी गणपति, देव शेषनाग टेपर, देव झाथीवीर और देव टूंडीवीर शामिल रहे। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद थे। मेला कमेटी के अध्यक्ष उपायुक्त मंडी अरिंदम ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह, शाल और हिमाचली टोपी भेंटकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शिवरात्रि स्मारिका का भी लोकार्पण किया। उत्तरी भारत में भव्य देव समागम के लिए विख्यात मंडी शिवरात्रि मेले 8 मार्च तक जारी रहेंगे। मेलों का समापन राज्यपाल की ओर से किया जाएगा।

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Content Writer

Vijay