अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर मंडी साक्षरता समिति ने नवाजे बीमा मित्र

Sunday, Sep 08, 2019 - 05:45 PM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम शर्मा): अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर स्वयंसेवी संस्था मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति की ओर से भारतीय जीवन बीमा निगम शिमला मंडल के सहयोग से भीमाकाली मंदिर परिसर मंडी में समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष हेमंतराज वैद्य ने की जबकि भारतीय जीवन बीमा निगम शिमला मंडल के मार्केटिंग मैनेजर अशोक कुमार बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। इसके अलावा समारोह स्वागत समिति अध्यक्ष बीरबल शर्मा, चेयरमैन ग्रामीण बैंक उदय चंद्र प्रकाश, डी.डी.एम. नाबार्ड डा. सोहन प्रेमी व साक्षरता एवं जनविकास समिति के पदाधिकारी तथा सैंकड़ों कार्यकर्ता इस अवसर पर मौजूद रहे। समारोह के दौरान सूक्ष्म बीमा और बीमा गांव बनाने की दिशा में बेहतर कार्य करने वाले बीमा मित्रों, समूहों और खंड ईकाइयों को पुरस्कृत किया गया।

इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष हेमंतराज वैद्य व महासचिव भीम सिंह ने कहा कि मंडी साक्षरता समिति 21 फरवरी 1992 से संपूर्ण साक्षरता, उत्तर साक्षरता, सत्त शिक्षा के अलावा विभिन्न अभियान चलाए गए। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म बीमा के क्षेत्र में समिति राष्ट्रीय स्तर पर नंबर वन रही है। उन्होंने बताया कि मंडी जिला में समिति की ओर से अब तक 144559 बीमा खाते खोले गए, जिसमें से 715 मृत्यु दावों के क्लेम दिए जा चुके हैं वहीं 11120 परिपक्वता की राशि पालिसी धारकों को अदा की जा चुकी है। भीम सिंह ने बताया कि समिति के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम के चलते अब तक 40650 बीमा बनाकर मासिक 10 लाख 55 हजार रूपए कमीशन अर्जित की जा रही है जो वार्षिक एक करोड़ से भी अधिक है। इससे समिति आत्मर्निरता की ओर अग्रसर हो रही है।

मंडी जिला में बल्ह खंड रहा अव्वल

सूक्ष्म बीमा के तहत मंडी जिला में देश में सबसे अधिक 324 बीमा गांव बनाए गए हैं। जिनमें सबसे अधिक वर्ष 2018-19 में 109 बीमा गांव महिला मंडलों, स्वयं सहायता समूहों, ग्राम पंचायतों द्वारा बनाए गए हैं। जिससे बीमा गावों को एक करोड़ के आसपास पुरस्कार राशि मिलेगी जिसमें से साठ लाख के करीब राशि मिल भी चुकी है। इस वर्ष समिति 10607 खाते बनाकर देश में अव्वल रही है वहीं पर बल्ह खंड मंडी जिला में पहले स्थान पर रहा है जबकि सदर दूसरे और चौंतड़ा तीसरे स्थान पर रहा है। बीमा मित्रों में सराज की दिलू देवी 537 खाते बनाकर जिला में अव्वल रही है। इसके बाद लता देवी चौंतड़ा 515 खाते बनाकर दूसरे और बालीचौकी के स्वर्ण ङ्क्षसह 272 तीसरे, गोहर की आशा देवी 254 चौथे और चौंतड़ा की लता देवी 251 खाते बनाकर पांचवें स्थान पर रही, जिन्हें इस समारोह के दौरान पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर राजेंद्र मोहन, सोहन प्रेमी, आर.के. ठाकुर और सुनीता बिष्ट ने भी अपने विचार रखे।
 

 

 

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