छात्रवृत्ति घोटाला : CBI की शिक्षा विभाग के अधीक्षक से घंटों पूछताछ, फिर किया तलब

Friday, Sep 20, 2019 - 10:17 PM (IST)

शिमला: 250 करोड़ से अधिक के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की तह खंगालने के लिए शुक्रवार को सीबीआई ने शिक्षा विभाग के अधीक्षक से घंटों पूछताछ की। पूछताछ की यह प्रक्रिया सीबीआई के रेलवे बोर्ड स्थित कार्यालय में अमल में लाई गई। सूचना के अनुसार सुबह करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई पूछताछ की प्रक्रिया देर शाम तक चली। इसके साथ ही जांच टीम ने शनिवार को एक बार फिर अधिकारी अरविंद राजटा को पूछताछ के लिए तलब किया है। जांच एजैंसी ने अधिकारी से सवाल किया कि इस पूरे घोटाले में किन-किन की संलिप्तता सीधे तौर पर है और पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड कौन है। सूत्रों के अनुसार इस दौरान अधिकारी ने छात्रवृत्ति आबंटन की पूरी प्रक्रिया से जांच एजैंसी को अवगत करवाया, ऐसे में आने वाले दिनों में छात्रवृत्ति घोटाले के दौरान शिक्षा निदेशालय में तैनात रहे कई तत्कालीन अधिकारी भी जांच दायरे में आ सकते हैं।  

यह भी खंगाल रही जांच एजैंसी

छात्रवृत्ति जारी करने की वित्तीय शक्ति जिन अधिकारियों के पास थी, उनका भी सीबीआई जांच के दायरे में आना तय है। जांच एजैंसी यह भी खंगाल रही है कि इतनी बड़े स्तर पर छात्रवृत्ति घोटाला हुआ और विभाग के अधिकारियों को क्या वास्तव में इसका पता ही नहीं था। 

बैंक खातों के साथ संपत्ति की भी जानकारी दी

सूत्रों की मानें तो पूछताछ में शिक्षा विभाग के अधीक्षक ने अपनी चल-अचल संपत्तियों और बैंक खातों की पूरी डिटेल जांच एजैंसी को दी। ऐसे में सीबीआई अब जल्द ही संबंधित बैंक खातों को भी खंगालेगी।

सीबीआई अपनी लैब में करवाएगी जांच

सीबीआई दबिश के दौरान कब्जे में लिए गए लैपटॉप, हार्ड डिस्क, पैन ड्राइव की जांच अपनी लैब में करवाएगी ताकि रिपोर्ट जल्द प्राप्त कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा सके। 

Vijay