छात्रवृत्ति घोटाला : CBI ने चंडीगढ़ और नवांशहर में संभाला मोर्चा, लोगों से की पूछताछ

Saturday, Jan 11, 2020 - 10:56 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): 250 करोड़ रुपए से अधिक के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई की एक टीम चंडीगढ़ तो दूसरी टीम ने नवांशहर में मोर्चा संभाला हुआ है। बीते शुक्रवार से जांच टीम चंडीगढ़ और नवांशहर में जांच प्रक्रिया अमल में ला रही है। इसके तहत कुछ लोगों से पूछताछ भी किए जाने की सूचना है। अब तक की जांच में हजारों छात्रवृत्तियां फर्जी पाई गई हैं। खुलासा हुआ है कि निजी संस्थानों ने छात्रवृत्तियां हड़पने के लिए सभी नियमों को ताक पर रखा है।

आशंका यह भी जताई जा रही है कि इस पूरे घोटाले के पीछे एक बड़ा नैटवर्क हो सकता है। सीबीआई उन छात्रों के बयान भी दर्ज कर रही है, जिनके दस्तावेजों का दुरु पयोग कर छात्रवृत्तियां हड़पने का खेल रच गया। देखा जाए तो सीबीआई द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन अधीक्षक ग्रेड-2 अरविंद राजटा, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट के वाइस चेयरमैन हितेश गांधी और सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के हैड कैशियर एसपी सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद से जांच दायरे में चल रहे निजी संस्थानों की धुकधुकी बढ़ गई है।

जांच में सामने आया कि छात्रवृत्ति की रकम ज्यादा हड़पने के लिए अनुसूचित जाति के छात्रों को फर्जी तरीके से अनुसूचित जनजाति का छात्र दर्शा दिया गया। छात्रों की जाति बदलकर छात्रवृत्ति हड़पने का यह खेल इसलिए खेला गया क्योंकि एस.टी. के छात्रों को एस.सी. के छात्र से दोगुनी छात्रवृत्ति मिलती है।

Vijay