बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन का ऐलान, हिमाचल में इस दिन होगी सांकेतिक हड़ताल

Thursday, Jan 28, 2021 - 05:59 PM (IST)

नादौन (जैन): हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन की आपात बैठक नादौन में यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए खरवाड़ा ने कहा कि बिजली संशोधन विधेयक-2020 के विरोध में और पिछले 3 महीनों से चले आ रहे किसान आंदोलन के समर्थन में पूरे देश के 5 लाख बिजली कर्मचारी व इंजीनियर राष्ट्रीय समन्वय समिति के आह्वान पर 3 फरवरी को एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर जा रहे हैं और उस दिन हिमाचल प्रदेश में इम्प्लाइज यूनियन ने 11 से 1 बजे तक मंडल व सर्कल स्तर पर धरना देने और उसके बाद स्थानीय बाजारों में रैली निकालने का निर्णय लिया है और उसी दिन संबंधित जिलाधीश या उपमंडल दंडाधिकारी के माध्यम से ऊर्जा मंत्री केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा। बिजली बोर्ड के प्रबंधन वर्ग को नोटिस दिया जा चुका है।

खरवाड़ा ने प्रदेश के समस्त कर्मचारियों, इंजीनियरों, पैंशनर्ज व बिजली उपभोक्ताओं से एकजुट होकर आंदोलन में उतरने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अभी तक बिजली संशोधन विधेयक-2020 संसद में पारित नहीं हुआ है लेकिन इससे पहले ही केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ सहित अन्य केंद्र शासित प्रदेशों में बिजली निजीकरण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है और ओडिशा में बिजली का निजीकरण किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि देश के किसान संगठन 3 कृषि कानूनों व बिजली संशोधन विधेयक-2020 को वापस करवाने और कृषि उत्पादों पर एमएसपी सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाने की मांग को लेकर पिछले 63 दिनों से आंदोलनरत हैं और इस दौरान करीब 70 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांगों का समाधान करने की बजाय आंदोलन को लंबा खींच कर विफ ल करना चाहती है।

उन्होंने किसान संगठनों द्वारा बिजली संशोधन विधेयक -2020 को वापस लेने की मांग को प्रमुख मांगों में शामिल करने के लिए उनका आभार प्रकट किया है। इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश सहसचिव पंकज परमार व स्थानीय इकाई के अध्यक्ष नीतिश भारद्वाज ने भी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए 3 फरवरी को किए जा रहे धरने-प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की है।   

Vijay