नई टैक्सी में GPS सिस्टम लगाने के फरमान से टैक्सी चालकों की बढ़ी परेशानी (Video)

Friday, Aug 16, 2019 - 03:48 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग द्वारा नई टैक्सी की खरीद में जीपीएस सिस्टम जबरन लगाने के तुगलकी फरमान से बेरोजगार टैक्सी चालकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। इसको लेकर सुकेत टैक्सी आपरेटर यूनियन सुंदरनगर ने कड़ा विरोध जताया और सरकार व परिवहन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सुकेत टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के चेयरमैन विपिन शर्मा ने कहा कि प्रदेश परिवहन विभाग की मनमानी से बेरोजगार टैक्सी चालक को नई टैक्सी गाड़ी खरीदने पर जबरन 15 हजार रुपए मूल्य का जीपीएस सिस्टम लगवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ नई परमिशन लेने के लिए विभाग नो एंप्लॉयीज सर्टिफिकेट और लो इन्कम सर्टिफिकेट मांगते हैं।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार से इतनी अधिक शर्तों को लगाकर विभाग ने बेरोजगार टैक्सी चालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने कहा कि बिना जीपीएस सिस्टम से नई टैक्सी पास नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि टैक्सी चालक अपने परिवार को चलाने के लिए गाड़ी के लिए बैंक से लोन लेता है और महीने की किश्त के साथ रोड टैक्स, ग्रीन टैक्स, पैसेंजर टैक्स अदा करता है। उन्होंने इन सभी शर्तों का कड़ा विरोध जताते हुए नई टैक्सी गाड़ी की खरीद पर जीपीएस सिस्टम लगाने की अनिवार्यता पर रोक लगाने की मांग की है। वही उन्होंने कहा की जो जीपीएस सिस्टम अन्य राज्यो में 5 हजार में लगाया जा रहा है। हिमाचल में उसी जीपीएस सिस्टम की कीमत 15 से 16 हजार रूपये ली जा रही है। विभाग निजी कंपनियो को लाभ पहुँचाने के लिए टैक्सी ऑपरेटरों से पैसा लूट रही है। उन्होंने विरोध जताया की अगर जल्द जीपीएस सिस्टम की कीमते नहीं घटाई गई तो उन्हें सड़को पर उतरना पड़ेगा जिस की जिमेबार प्रदेश सरकार व परिवहन विभाग होगा। इस मौके पर चुन्नी लाल पितांबर लाल, जितेंद्र कुमार, तारा चंद, होशियार सिंह, सुरज गुप्ता, रमेश कुमार, युसूफ खान, लेखराम आदि ने कड़ा विरोध जताया।

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Simpy Khanna