IGMC में बच्चे की मौत पर हंगामा, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप

Tuesday, Sep 10, 2019 - 10:59 AM (IST)

शिमला (जस्टा): आई.जी.एम.सी. के आपातकालीन वार्ड में 11 साल के बच्चे की मौत होने पर हंगामा हो गया। परिजनों और चिकित्सकों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। बहसबाजी कुछ इस तरह से हुई कि बात पुलिस तक पहुंच गई। हुआ यह कि सिरमौर के शिलाई से एक 11 वर्षीय बच्चे अनुज पुत्र फकीर चंद को गिरने के चलते उपचार के लिए आई.जी.एम.सी. लाया गया। परिजनों ने बच्चे को 6 बजे आई.जी.एम.सी. में पहुंचा दिया था। बच्चे के माता-पिता का आरोप है कि चिकित्सक ने बच्चे की ओर बिल्कुल भी नहीं देखा। फाइल खाली पड़ी हुई थी, जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई। 12 बजे तक बच्चा ठीक था। यह बच्चा 3 दिन पहले गिर गया था, तभी सिर में गंभीर चोटें आने पर उसे आई.जी.एम.सी. लाया गया। बच्चा गांव धोधन डाकघर लोजा मानल तहसील शिलाई का रहने वाला था।  

परिजनों ने न्यूरोलॉजी के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। आपातकालीन वार्ड में जब दिन के समय जोरदार हंगामा हुआ तो तभी पुलिस कर्मी आई.जी.एम.सी. में पहुंचे। पुलिस ने मामले को सुलझाने की कोशिश की लेकिन परिजन नहीं माने। परिजनों का कहना था कि जब बच्चे को अस्पताल में लाया गया तो उन्होंने उसे सही रूप से क्यों नहीं देखा। मामले की सच्चाई जानने के लिए पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाना चाह रही थी लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से भी मना कर दिया। परिजनों ने कहा कि वे बिल्कुल भी पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। पोस्टमार्टम को लेकर फिर से हंगामा हो गया। 

इस दौरान अस्पताल में मरीजों के बीच अफरा-तफरी मच गई। हालांकि बाद में डी.एस.पी. सिटी दिनेश शर्मा और एस.डी.एम. शहरी नीरज चांदला मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी मामले को सुलझाने की काफी कोशिश की लेकिन परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। देर शाम तक परिजन, पुलिस और आई.जी.एम.सी. के अधिकारियों के बीच मंथन चलता रहा। वहीं, डी.एस.पी. व एस.डी.एम. ने परिजनों से बातचीत कर शव बिना पोस्टमार्टम के देर रात को परिजनों को सौंप दिया है।

Ekta