IGMC में पहली बार होगा 2 मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट

Monday, Aug 12, 2019 - 10:37 AM (IST)

शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में पहली बार 2 मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलने जा रही है। जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को विभाग ने सख्त निर्देश हैं कि कोई भी अधिकारी छुट्टी पर नहीं जाएगा। डॉक्टरों ने मंडी के एक और शिमला के एक मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए तैयार किया है। दिल्ली एम्स से 18 डॉक्टरों और कर्मचारियों की टीम की निगरानी में किडनी ट्रांसप्लांट होगा। आई.जी.एम.सी. के भी डॉक्टर इनके साथ मौजूद रहेंगे। शुरुआती चरण में दोनों मरीजों का ट्रांसप्लांट, तमाम तरह के टेस्ट और दवाइयां मुफ्त दी जाएंगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए 15 लाख का बजट अस्पताल प्रबंधन को जारी किया है।

बताया जा रहा है कि यह दोनों ऑपरेशन देर शाम तक चलेंगे। सर्जन डॉ. वीके बंसल के अलावा किडनी ट्रांसप्लांट करने वाली टीम शिमला पहुंच गई है। उधर, एम्स के डॉ. कृष्णा, डॉ. आदित्य ने आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज, मेडिकल स्टोर इंचार्ज डॉ. राहुल गुप्ता, नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय विक्रांत के साथ बैठक की। प्रबंधन ने ऑपरेशन थियेटर, दो बिस्तरों वाले आईसीयू और उपकरणों को स्टरलाइजेशन करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने इसके लिए साढ़े 3 लाख का पैकेज बनाया है। किडनी ट्रांसप्लांट और दवाइयों का साढ़े तीन लाख तक का खर्च कार्ड से मुफ्त होगा।

एक व्यक्ति 8 लोगों को कर सकता है अंगदान

एक व्यक्ति के शरीर से 8 व्यक्तियों को अंगदान किया जा सकता है। एक ब्रेन डैड मरीज दो किडनी, हृदय, लीवर, लंग, पैंक्रियास, इंटेस्टाइन, आंख व हड्डी दान कर सकते हैं। अभी तक आई.जी.एम.सी. में यह सुविधा नहीं है। इसके बाद जल्द ही संस्थान में लीवर ट्रांसप्लांट, फेफड़े सहित कई अन्य ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू होगी ताकि मरीजों को दूर-दूर न भटकना पड़े।

Ekta