हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल का हाल, यहां ढूंढने से भी नहीं मिलता मरीजों का रिकॉर्ड

Thursday, Jul 25, 2019 - 06:19 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में बने रिकॉर्ड सैक्शन की हालत खस्ता हो गई है। हद तो यह है कि प्रशासन रिकॉर्ड को रखने के लिए कमरे का प्रावधान तक नहीं कर पा रहा है। यहां पर रिकॉर्ड ढूंढे नहीं मिलता है। रिकार्ड सैक्शन में हजारों फाइलों का ढेर लगा हुआ है, जिसमें कर्मचारी भी रिकॉर्ड को ढूंढ नहीं पा रहे हैं। रिकॉर्ड न मिलने का मुख्य कारण जगह की कमी होना है। इन दिनों रिकॉर्ड को या तो फर्श पर रखा जा रहा है या फिर चेयर पर पड़ा हुआ होता है। जहां एक फाइल को ढूंढने के लिए मरीज को 2 मिनट लगते थे, वहीं आजकल 15 से 20 मिनट लग रहे हैं।

साफ शब्दों में कहते हैं कर्मचारी-हमारे पास जगह नहीं

हैरत है कि अगर कर्मचारी द्वारा कई बार किसी भी रिकॉर्ड की फाइल उच्च न्यायालय भेजनी पड़ती है तो कर्मचारियों को पूरा दिन फाइल को ढूंढने में लग जाता है। वहीं मरीजों की मृत्यु होने व अन्य रिकॉर्ड भी नहीं मिल पाता है। रिकॉर्ड सैक्शन में तैनात कर्मचारियों से अगर इसके बारे में पूछा जाता है तो वे साफ शब्दों में कहते हैं कि हमारे पास जगह नहीं है। इसको लेकर प्रशासन को काफी पहले अवगत करवाया गया है। अभी तक फाइलें रखने के लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्था करवाना तो दूर की बात है, प्रशासन द्वारा सुध तक नहीं ली जा रही है।

हल नहीं निकला तो और बढ़ेगी समस्या

रिकॉर्ड सैक्शन में हजारों फाइलें रखी गई हैं, ऐसे में अब लोगों को आने-जाने के लिए भी जगह तक नहीं बची हुई है। अगर समय से प्रशासन द्वारा रिकॉर्ड रखने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाते हैं तो रिकॉर्ड ढूंढने के लिए इससे भी ज्यादा समय लग सकता है। आई.जी.एम.सी. हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां पर रिकॉर्ड को रखने के लिए जगह निश्चित होनी चाहिए ताकि समयानुसार रिकार्ड को ढूंढा जा सके।

अस्पताल प्रशासन जल्द उठाएगा उचित कदम : एम.एस.

आई.जी.एम.सी. के एम.एस. डॉ. जनक राज ने बताया कि अगर रिकॉर्ड सैक्शन में रिकॉर्ड रखने के लिए जगह नहीं है तो रिकॉर्ड रखने के लिए जगह निश्चित की जाएगी ताकि रिकॉर्ड को ढूंढने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। जल्द ही अस्पताल प्रशासन इसको लेकर उचित कदम उठाएगा।

Vijay