बाहरी राज्यों से आने वाले हिमाचली पढ़ लें ये जरूरी खबर, सरकार ने लिया अहम फैसला

Sunday, May 10, 2020 - 06:26 PM (IST)

शिमला (योगराज): हिमाचल में बीते एक सप्ताह में कोरोना के 2 दर्जन से ज्यादा मामले सामने आने के बाद सरकार ने अहम फैसला लिया है। अब बाहरी राज्यों से वापस आने वाले हिमाचलियों को चिकित्सा जांच और संस्थागत क्वारंटाइन के उपरांत ही घर जाने दिया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को देश के अन्य भागों में फंसे लोगों राज्य में वापस लाने के लिए नियुक्त किए नोडल अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार देश के विभिन्न भागों में फंसे हिमाचलियों की सुरक्षा के प्रति चिंतित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को घर भेजने से पहले उन्हें क्वारंटाइन अवधि में रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब, महाराष्ट्र और देश के अन्य रैड जोन से आने वाले हिमाचलियों की कोविड-19 के लिए जांच की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने नोडल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उन्हें जिन राज्यों का कार्यभार सौंपा गया है, उनके नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए रखें ताकि फंसे हुए हिमाचलियों को वापस लाने का मामला संबंधित राज्यों की सरकार के साथ जल्द से जल्द उठाया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को वापस लाने में प्राथमिकता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे राज्य के 52,763 लोगों ने कोविड ई-पास के लिए आवेदन किया है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में फंसे देश के विभिन्न राज्यों के लगभग 63,044 लोग अपने राज्यों को वापस जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब तक अन्य राज्यों के 30,219 लोग यहां से जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में वापस जाने के इच्छुक लोगों को उनकी सुचारू वापसी के लिए सभी संभव सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को प्रदेश में ही रहने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि श्रमिकों के अभाव में विकास परियोजनाएं प्रभावित न हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के आग्रह पर केंद्र सरकार ने गोवा में फंसे हिमाचलियों को राज्य में वापस लाने के लिए थिविम/मडग़ांव/करमाली से ऊना तक विशेष रेलगाड़ी चलाने के लिए सहमति प्रदान की है। यह विशेष रेलगाड़ी 13 या 14 मई को गोवा से चलेगी। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में फंसे हिमाचलियों को वापस लाने के लिए 11 मई को बेंगलुरु से ऊना के लिए एक और स्पैशल ट्रेन चलाई जाएगी। राज्य सरकार, केंद्र सरकार से महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार इत्यादी राज्यों से भी ऐसी ही ट्रेनें शुरू करने का आग्रह करने पर विचार कर रही है ताकि वहां फंसे हिमाचलियों को सुविधा मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उचित सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करने के लिए ऊना स्थित रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। वहां पर मास्क, सैनिटाइजर योजना के  पैकेट का भी प्रबन्ध किया जाएगा। लोगों की सुविधा के लिए वहां पर जिलावार अलग काऊंटर स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान में फंसे हिमाचलियों को वापस लाने के लिए भी राज्य सरकार आवश्यक व्यवस्था करेगी। इस मौके पर वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, मुख्य सचिव अनिल खाची सहित अन्य अधिकारी व नोडर अधिकारी उपस्थित रहे।

Vijay