HRTC गैर कानूनी रूप से ढाबा मालिकों से वसूल रहा लाखों का टैक्स

Tuesday, Nov 19, 2019 - 10:39 AM (IST)

शिमला (राजेश): प्रदेश व प्रदेश से बाहर मुख्य सड़क मार्गों पर ढाबा मालिकों से एच.आर.टी.सी. द्वारा गैर कानूनी रूप से टैक्स वसूलने के आरोप निगम प्रबंधन पर लगे हैं। आरोप है कि निगम प्रबंधन ढाबा मालिकों से गैर-कानूनी तरीके से टैक्स वसूल रहा है। यह टैक्स पैसों में नहीं, बल्कि हजारों में प्रति बस लिया जा रहा है, यानी गैर-कानूनी तरीके से लाखों रुपए टैक्स एच.आर.टी.सी. प्रतिदिन वसूल रहा है। एच.आर.टी.सी. प्रबंधन पर ये आरोप निजी बस ऑप्रेटर संघ ने लगाए हैं। निगम प्रबंधन द्वारा वसूले जा रहे इस गैर-कानूनी टैक्स को लेकर प्रदेश के सभी निजी बस ऑप्रेटर भी एक साथ हो गए हैं। 

आरोप लगाते हुए निजी बस ऑप्रेटर संघ के अध्यक्ष राजेश पराशर, महासचिव रमेश कमल, कांगड़ा जिला बस ऑप्रेटर यूनियन के प्रधान हैप्पी अवस्थी, मंडी जिला से वीरेंद्र गुलेरिया, सिरमौर से मामराज शर्मा, शिमला से कमल ठाकुर, बिलासपुर के प्रधान राजेश पटियाल व संघ के उपाध्यक्ष अखिल सूद मनदी, ढल, मनोज राणा और हमीरपुर से विजय ठाकुर ने कहा है कि जिस ढाबे में हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसें रुकती हैं, उन ढाबों से हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा एक बस से 2000 रुपए लिए जाते हैं, जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि जिस ढाबे में बस रुकती है, उस ढाबे से बिना नियम और कानून से टैक्स और फीस वसूली जाए। 

वास्तव में यह फीस नहीं, बल्कि निगम द्वारा लिया जाने वाला गुंडा टैक्स है। इन ढाबों में अक्सर यह देखा गया है कि चालकों और परिचालकों को अच्छा खाना खिलाया जाता है और वो भी फ्री में, जबकि सवारियों को घटिया खाना खिलाया जाता है। निगम के चालकों और परिचालकों द्वारा भी गुंडा टैक्स वसूला जाता है। उन्होंने कहा कि जिस ढाबे में ये बसें रुकती हैं, उस ढाबे में चालक और परिचालक मुफ्त में खाना खाते हैं, सिगरेट की डिब्बी भी दी जाती है, इसके अलावा 100-100 रुपए चालक व परिचालक को दिए जाते हैं।  

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Simpy Khanna