HRTC ने सड़कों पर फिर दौड़ाई 50 नीली बसें

Tuesday, Jul 23, 2019 - 10:23 AM (IST)

शिमला (राजेश): प्रदेश में ओवरलोडिंग को कम करने को लेकर एच.आर.टी.सी. ने प्रदेश के विभिन्न डिपो में खड़ी नीली बसों में से 50 बसों को सड़कों पर उतार दिया है। इन बसों के लिए चालक व परिचालकों की भी नियुक्ति की है। प्रदेश के डिपुओं में खड़ी 110 बसों में से फिलहाल 50 बसों को चलाया गया है। दूसरे चरण में 60 बसों को चलाने के लिए ड्राइवरों व कंडक्टरों की नियुक्ति की जा रही है। निगम को जल्द ही 176 ड्राइवर भी मिलने वाले हैं, ऐसे में इनमें से इन बसों में ड्राइवर बसों में चढ़ाए जाएंगे।  

निगम अधिकारियों के अनुसार परिवहन निगम ने वर्ष 2015-16 के दौरान जे.एन.एन.यू.आर.एम. के तहत कुल 791 बसों की खरीद की थी। इनमें से 466 बसें तो उसी समय सड़कों पर चला दी गई थीं लेकिन अन्य 325 बसें रिजर्व कोटे में रखी गई थीं। बाद में इनमें से भी कुछ बसें शुरू की गई और इसी बीच निजी बस आप्रेटर्स ने कोर्ट में केस कर दिया कि यह बसें कलस्टर के हिसाब से चलानी थीं, लेकिन निगम इन्हें यहां-वहां दौड़ा रहा है। ऐसे में 110 बसें कई सालों से राज्य के विभिन्न डिपुओं में खड़ी जंग खा रही थीं। इस पर परिवहन निगम ने भी हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखकर इन बसों को चलाने की अनुमति ली। इसके बाद आनन-फानन में 110 में से 50 बसों को शुरू कर दिया गया है।

इन जिलों में चली अधिक खड़ी बसें 

50 बसों को प्रदेश के हमीरपुर, मंडी, धर्मशाला व बैजनाथ क्षेत्रों में शुरू किया है। इसके अलावा राज्य भर में बसों की कमी को देखते हुए सरकार निजी बसों को भी अतिरिक्त रूट पर चलाने जा रही है। इसके लिए परिवहन विभाग ने अभी 124 ग्रामीण रूट पर निजी बसें चलाने के लिए प्राइवेट आप्रेटर्स से आवेदन मांगे हैं जबकि आगामी समय में 82 और रूट पर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इसके लिए विभाग की ओर सभी जिलाधीशों से भी उनके जिला में बस रूट की रिपोर्ट मांगी गई है। 

Ekta