होली के रंगों में रंगी भगवान रघुनाथ की नगरी, बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों ने जमकर उड़ाया गुलाल

punjabkesari.in Thursday, Mar 17, 2022 - 10:45 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप): भगवान रघुनाथ की नगरी कुल्लू में रंगों, उमंग, खुशियों व आपसी भाईचारे का प्रतीक होली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।कुल्लू, मनाली, पतलीकूहल, भुंतर, मणिकर्ण सहित तीर्थन, बंजार में होली के मौके पर टोलियां में लोगों ने एक-दूसरे को खूब गुलाल लगाया। कुल्लू शहर, ढालपुर, लोअर ढालपुर, सरवरी व आखाड़ा सहित आसपास की सभी घाटियों में बच्चों, युवाओं, महिलाओं व बुजुर्गों में होली पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा गया।

यहां देखें वीडियो...

 
होली के रंग में रंगा कुल्लू, देखिए कैसे झूम रहे बच्चे बूढ़े और नौजवान, महिलाएं भी नहीं है पीछे

होली के रंग में रंगा कुल्लू, देखिए कैसे झूम रहे बच्चे बूढ़े और नौजवान, महिलाएं भी नहीं है पीछे

Posted by Punjab Kesari / Himachal on Thursday, March 17, 2022

लोगों ने देवी-देवताओं के मंदिर में होली के त्यौहार पर प्राचीन परंपराओं का निर्वहन किया। कुल्लू जिला में होली का त्यौहार पूर्णमासी के दिन मनाया जाता है। पूरे देश मे जहां होली का त्यौहार कल मनाया जाएगा, वहीं कुल्लू जिला में होली का त्यौहार एक दिन पहले हर साल मनाया जाता है। होली के त्यौहार पर शाम के समय फाग जलाई जाती है। कुल्लू जिला में लोगों ने दिनभर होली उत्सव पर आसपड़ोस, रिश्तेदारों व मित्रों के साथ जमकर होली खेली।

नगर परिषद कुल्लू के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत ने बताया कि कुल्लू जिला में होली का त्यौहार भगवान रघुनाथ के अयोध्या से कुल्लू आगमन के बाद शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि बंसत उत्सव के साथ कुल्लू में 40 दिन पहले होली मनाई जाती है, जिसमें होलाष्टक में 8 दिनों तक वैरागी समुदाय के लोग भगवान रघुनाथ के मंदिर में होली गीत गाते हैं और उन पर गुलाल फैंका जाता है। भगवान रघुनाथ की परंपरा के साथ होलिका दहन होता है। होलिका दहन पूर्णमा के दिन होता है।

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Content Writer

Vijay

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