Himachal Weather: आज मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान, बिजली आपूर्ति भी बाधित
punjabkesari.in Sunday, Apr 20, 2025 - 10:37 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। शुक्रवार देर रात से प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि देखने को मिली है। इससे आम जनजीवन पर असर पड़ा है और किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
लाहौल-स्पीति में बर्फबारी और तापमान में भारी गिरावट
लाहौल-स्पीति जिले के लोसर गांव में शुक्रवार रात रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। इस दौरान करीब 10 से 12 सेंटीमीटर तक बर्फ गिरी। बर्फबारी के कारण ग्रांफू-लोसर सड़क मार्ग पर यातायात बाधित हो गया और सीमा सड़क संगठन (BRO) को सड़क बहाली में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। यहां तापमान शून्य से 5 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड झेलनी पड़ रही है।
कुल्लू में ओलावृष्टि और तूफान से सेब और सब्जियों को नुकसान
कुल्लू जिले में शुक्रवार रात तेज बारिश और ओलावृष्टि हुई। लगघाटी और बंजार घाटी के इलाकों में ओलों से सेब, प्लम, मटर, टमाटर और रबी फसलों को नुकसान पहुंचा है। खासकर सारी फाटी की पंचायत बनोगी में ओलावृष्टि और तेज अंधड़ से बागवानी को भारी नुकसान हुआ है। फलों की फ्लावरिंग और सेटिंग प्रभावित हुई है, जिससे किसानों की उम्मीदों को झटका लगा है।
बिजली आपूर्ति भी हुई बाधित
तेज तूफान और बारिश के कारण बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई है। बंजार घाटी के कई इलाकों में पिछले चार दिनों से बिजली गुल है। चंबा जिले में शनिवार सुबह भारी बारिश और अंधड़ से 65 ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए। इनमें से 40 ट्रांसफॉर्मर को बहाल कर दिया गया है जबकि बाकी 25 पर मरम्मत कार्य जारी है। पांगी और भरमौर की ऊपरी चोटियों पर 5.08 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
बिलासपुर और कांगड़ा में भी असर
बिलासपुर जिले में भी ओले गिरने से गेहूं और आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। कांगड़ा जिले में बुधवार रात आए तूफान का असर अब भी जारी है। कई क्षेत्रों में ट्रांसफॉर्मर बंद होने की वजह से बिजली सप्लाई सामान्य नहीं हो पाई है।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 20 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है। इसके अनुसार आने वाले दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। इस बीच, ऊना में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस मौसम में सबसे अधिक है। प्रदेश में बदलते मौसम से जहां एक ओर खेती-बागवानी को नुकसान हो रहा है, वहीं लोगों को भी बिजली और यातायात से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।