Himachal: मेडिकल में इतिहास रचने वालीं कुसुमा शर्मा काे लाडली फाऊंडेशन ने साैंपी बड़ी जिम्मेदारी
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 12:12 PM (IST)

करसोग/मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश की पहली महिला एम्ब्रियोलॉजिस्ट हाेने का गौरव प्राप्त करने वालीं और आस्था फर्टिलिटी सैंटर की सहसंस्थापक निर्देशिका कुसुमा शर्मा को समाज सेवा के क्षेत्र में एक नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें लाडली फाऊंडेशन ने जिला मंडी के करसोग ब्लॉक का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह घोषणा फाऊंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष शालू अक्तर और प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. नोबल शर्मा ने की।
कुसुमा शर्मा का नाम चिकित्सा और समाज सेवा दोनों क्षेत्रों में सम्मान से लिया जाता है। अपनी सहयोगी प्रदेश की प्रतिष्ठित गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. वंदना जग्गी चंदेल के साथ मिलकर उन्होंने प्रदेश के पहले टैस्ट ट्यूब बेबी की सफल डिलीवरी कराकर चिकित्सा इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखा था। यह उपलब्धि आज भी असंख्य निःसंतान दंपत्तियों के लिए आशा की किरण बनी हुई है।
चिकित्सा के साथ-साथ कुसुमा शर्मा पिछले कई वर्षों से सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रही हैं। वह नैशनल स्टार क्लब, सर्वोदय समाज सेवा राष्ट्रीय मंच और लाडली फाऊंडेशन जैसी प्रमुख सामाजिक संस्थाओं के साथ जुड़कर समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। नशा उन्मूलन, निर्धन एवं बेसहारा वर्गों के कल्याण, सार्वजनिक स्वास्थ्य, बालिका शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान सराहनीय रहा है।
इस नई जिम्मेदारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कुसुमा शर्मा ने कहा कि मैं लाडली फाऊंडेशन के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करती हूं। मेरा प्रयास रहेगा कि करसोग ब्लॉक में महिला एवं बालिकाओं के उत्थान, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जाए और फाऊंडेशन के उद्देश्यों को पूरा किया जाए।
वहीं फाऊंडेशन की प्रदेश अध्यक्ष शालू अक्तर ने कहा कि कुसुमा शर्मा का समर्पण और कार्यशैली हम सभी के लिए प्रेरणा है। हमें विश्वास है कि उनके नेतृत्व में करसोग में फाऊंडेशन के कार्यों को नई दिशा और गति मिलेगी।