हिमाचल की आर्थिकी को भाजपा सरकार ने किया खराब : कौल सिंह

Saturday, Dec 19, 2020 - 06:22 PM (IST)

मंडी (रजनीश) : जयराम सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं। प्रदेश सरकार की 3 साल कारगुजारी निराशाजनक और बिना विकास की रही है। यह बात पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि दिसम्बर माह के आखिर सप्ताह में भाजपा की जयराम सरकार के 3 साल पूरे हो रहे हैं। सरकार के 3 साल की समीक्षा करने पर भाजपा सरकार के 3 साल निराशाजनक रहे हैं। विशेष तौर पर आज पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। हर राज्य में कोरोना के केस कम हो रहे हैं, वहीं हिमाचल में सरकार की लापरवाही और अकुशल प्रबंध से केस बढ़ रहे हैं और संक्रमित व्यक्तियों की मौतें भी बढ़ रही हैं। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के 3 साल में विकास शून्य पर पहुंच चुका है और सरकार की फिजूलखर्ची बढ़ी है जिससे प्रदेश की आर्थिक दशा डावांडोल हो गई है। 

स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की जांच करवाए सरकार

सरकार अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कर्ज उठा रही है और प्रदेश पर कर्ज की राशि 60 करोड़ रुपए हो गई है जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जो भ्रष्टाचार हुआ है, सरकार को उसकी जांच करवानी चाहिए। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब प्रदेश की माली हालत है तो सरकार ने महंगे रेट पर सैनिटाइजर, मास्क, वैंटीलेटर और पीपीई कीट क्या खरीदें। ऑक्सीजन गैस सिलैंडर की खरीद में लाखों का घोटाला हुआ है। ऑक्सी मीटर खरीद भी महंगे दामों पर की गई। उन्होंने कहा कि इसकी विजीलैंस जांच होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि सरकारी खजाने में कितना बोझ पड़ा है।

सराज के मुख्यमंत्री बनकर रह गए जयराम

कौल सिंह ने कहा कि जयराम जब मुख्यमंत्री बने थे, तो मंडी के लोगों को काफी आशाएं थीं कि वह जिला के लिए कुछ करेंगे लेकिन जयराम ने जिला के 8 विस क्षेत्रों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया। सिर्फ अपने सराज क्षेत्र पर ध्यान दिया। मंडी के लोग अब कहने लग पड़े हैं कि जयराम मंडी के नहीं, सराज के मुख्यमंत्री बन कर रह गए हैं। 

महेंद्र सिंह खुद को कहते हैं सुपर चीफ मिनिस्टर

कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर खुद को ‘सुपर चीफ मिनिस्टर’ कहते हैं जिनसे जयराम भी डर रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर रहा है। धर्मपुर विस क्षेत्र में भी विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जल शक्ति विभाग में भी भ्रष्टाचार हुआ है। जल शक्ति मंत्री महेंद्र ठाकुर ने 175 करोड़ रुपए के बड़े डाया के पाइप खरीदें हैं, जिसकी अभी कोई जरूरत नहीं थी। जो अभी लग नहीं रहे हैं और अगले 5 साल तक इस्तेमाल करें तो यह खत्म नहीं होंगे। इस खरीद में भी आरोप लग रहे हैं कि इसकी खरीद के लिए बहुत बड़ी कमीशन ली गई है जिसकी जांच होनी चाहिए।
 

prashant sharma