हिमाचल की इस मंडी में होता है करोड़ों का कारोबार, फिर भी परेशान बागवान-आढ़ती(Video)

Thursday, Aug 01, 2019 - 04:52 PM (IST)

ठियोग (सुरेश शर्मा): हिमाचल प्रदेश में सेब का कारोबार 4 हजार करोड़ से अधिक होता है। सेब बेचने के लिए लोगों को दूर न जाना पड़े इसके लिए जगह-जगह मंडियों को खोल कर बागवानों को घर के नजदीक ही सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है। करोड़ों रुपए खर्च कर सरकार ने ऐसी ही कुछ सालों पहले एक बहुत बड़ी मंडी ऊपरी शिमला के पराला में खोली जहां कोटखाई, रोहडू, जुब्बल, चौपाल, नारकंडा, ठियोग ओर कुल्लू का सेब बिकता है। लेकिन सरकार इस जगह करोड़ों रुपए खर्च कर व्यापारियों और बागवानों को मूलभूत सुविधाएं देनी भूल गई है। रोजाना यहां पर करोड़ों का कारोबार होता है लेकिन फिर भी यहां एक भी बैंक न होने से व्यापारियों और बागवानों को पैसों के लेनदेन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 

5 जुलाई से यहां सेब का कारोबार शुरू हो गया लेकिन बैंक नजदीक न होने से रोजाना लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आज हमारी टीम ने पराला मंडी का दौरा किया और व्यापारियों से यहां की सुविधाओं के बारे में जानना चाहा। साथ ही बागवानों को सेब की पेमेंट का बारे में भी बातचीत की। पराला मंडी के प्रधान अनूप कुमार का कहना है कि सरकार यहां पर मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करें। सरकार ने आढ़तियों से 5 लाख से 50 लाख तक की जमानत राशि देने को कहा है वो ठीक है। लेकिन वह ऐसे आढ़तियों को लाइसेंस दे जिनका पिछले सालों का रिकॉर्ड अच्छा है।

उन्होंने कहा कि बागवानों को निश्चित समय पर पैसा दिया जाता है। पराला मंडी में 40 में से केवल 5 दुकानों पर ही काम चल रहा है। बाकी सभी दुकानों पर ताले लटके हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि यहां पर ठहरने और खाने-पीने की कोई भी सुविधा नहीं है वो साल भर का लाखों का किराया apmc को देते हैं लेकिन बदले में उन्हें कोई सुविधाएं भी दी जा रही है। आपको बता दें कि इन दिनों सेब का सीजन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है।

Ekta