हिमाचल बना देश का एडवेंचर हब, विदेशों से भी पहुंच रहे खिलाड़ी

Monday, Jul 08, 2019 - 10:58 AM (IST)

शिमला (राजेश): हिमाचल देश का एडवेंचर हब बन गया है, एडवेंचर के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से खिलाड़ी हिमाचल पहुंच रहे हैं। वहीं प्रदेश सरकार भी खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न आयाम स्थापित कर रही है। जिसमें मनाली में पैराग्लाइडिंग पॉयलट की योग्यता को स्थापित प्रोसिट मशीन व पॉयलटों को 550 रुपए सालाना प्रीमियम अदा करने पर 10 लाख रुपए की बीमा सुविधा सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं। खेल एवं युवा सेवा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में साहसिक खेलों को व्यापक बढ़ावा देकर इस दिशा में नए आयाम स्थापित किए हैं। साहसिक खेलों व साहसिक पर्यटन में नाम अर्जित करने के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण व संबद्ध खेल संस्थान, मनाली का विशेष योगदान रहा है। 

राज्य सरकार ने साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तत्तापानी और लारजी बांध जल क्रिड़ाएं आरम्भ करने के लिए चिन्हित किया है। पर्वतारोहण और संबद्ध खेल संस्थान मनाली को इन स्थलों पर शीघ्र आवश्यक अधोसंरचना और अन्य सुविधाओं को सृजित करने का कार्य सौंपा गया है। इन स्थानों पर पर्यटकों को हाइड्रो फोलिंग, वाटर स्कूटर तथा जेट वेटोर जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रदेश में साहसिक खेलों को और अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में भी कारगर कदम उठाए जा रहे हैं तथा समय-समय पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अभी हाल ही के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान, मनाली में 25 लोगों को 14 दिवसीय राफ्टिंग कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया गया तथा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राफ्टिंग लाईसेंस जारी किए गए।

मार्च माह में हुई थी अंतराष्ट्रीय खेल स्पर्धा, विभिन्न देशों की 40 टीमों ने लिया भाग

साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने इस वर्ष मार्च माह में अतंरराष्ट्रीय स्तर की खेल स्पर्धा का सफल आयोजन किया। जिसमें विश्व के विभिन्न देशों की 40 टीमों ने ट्रेकिंग, मैराथन, मांउटेन बाइकिंग तथा राफ्टिंग जैसे साहसिक खेलों में भाग लिया। इन साहसिक खेलों के दौरान आयोजित दौड़ 450 किलोमीटर की दूरी तय कर जंजैहली से होते हुए मनाली से शिमला पहुंची। यह आयोजन राज्य को साहसिक खेलों के गंतव्य के रूप में लोकप्रिय बनाने में सहायक सिद्ध हुआ है।

Ekta