10 HDU के सहारे चल रहा हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल IGMC, जानिए वजह

Thursday, Jan 10, 2019 - 04:47 PM (IST)

शिमला (जस्टा): हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आई.जी.एम.सी. इन दिनों 10 एच.डी.यू. (हाई डिपेंडेंसी युनिट) के सहारे चल रहा है। रोजाना मरीजों की तादात तो बढ़ती जा रही है, लेकिन प्रशासन अतिरिक्त एच.डी.यू. बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। यहां तक की कई बार गंभीर मरीजों को चडीगढ़ रैफर कर दिया जाता है। ऐसे में कभी भी प्रशासन की लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ सकती है। उल्लेखनीय है कि बीते मार्च महीने में भी एक महिला की एच.डी.यू. न मिलने से मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन महिला की मौत को अपने सिर से नकारा है।

प्रशासन ने यह तय किया है कि महिला की मौत किडनी फेल होने से हुई थी। जिस हिसाब से इन दिनों एच.डी.यू. न मिलने से मरीजों को पी.जी.आई. रैफर किया जा रहा है। इससे तो स्पष्ट होता है कि कुछ मरीजों की तो एच.डी.यू. न मिलने से सच में ही मौत होती होगी। आई.जी.एम.सी. में एच.डी.यू. के मात्र 10 बैड है। इसमें 6 बैड आई.सी.यू. में है, जबकि 4 बैड सर्जिकल डिपार्टमेंट में लगाए गए है। हर समय यहां पर मरीज एच.डी.यू. के लिए लड़ते रहते है। वर्तमान में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर अतिरिक्त एच.डी.यू. का होना जरूरी है। ताकि मरीजों को सुविधा मिल पाए।

एच.डी.यू. में ही भर्ती होते है गंभीर मरीज

एच.डी.यू. में गंभीर मरीजों को ही भर्ती करवाया जाता है। यहां पर जितने भी मरीज अन्य वार्ड में भर्ती होते है उसकी अपेक्षा सुविधा की आवश्यकता इस वार्ड में होती है। जब भी किसी मरीजों को सांस आदि की जरूरत होती है तो उसे एच.डी.यू. में रखा जाता है, लेकिन जैसे-जैसे मरीजों की तादात बढ़ती जा रही है। अब एच.डी.यू. की भी जरूरत बढ़ गई है। अगर समय रहते ही प्रशासन इसके लिए कदम नहीं उठाता है तो आने वाले समय में मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वैसे आई.जी.एम.सी. में एच.डी.यू. की सुविधा है अगर मरीजों को ज्यादा दिक्कतें नहीं आने दी जाती है। गंभीर मरीजों को ही कई बार पी.जी.आई. रैफर भी कर दिया जाता है। गंभीर मरीजों का हर संभव ध्यान रखा जाता है। जल्द ही अतिरिक्त एच.डी.यू. लगाए जाएगे। इससे संबंधित सरकार को पत्र भेजा गया है।

Ekta