हिमाचल में कुदरत का कहर, बारिश से अब तक 152 मौतें, 348 करोड़ का नुकसान

Monday, Aug 12, 2019 - 10:17 AM (IST)

शिमला: हिमाचल में कुदरत अपना जमकर कहर बरपा रही है। भारी बारिश से प्रदेश में अब तक 152 लोगों की मौत हो चुकी हैं। राज्य में बारिश से अब तक 348 करोड़ 41 लाख का नुकसान हो गया है। पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा 228 करोड़ 41 लाख का नुकसान हुआ है। इसके अलावा आईपीएच को 120 करोड़ की चपत लगी है।  

मकानों को भी नुकसान

राज्य आपदा प्राधिकरण के मुताबिक इन मकानों को आंशिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा राज्य के अन्य स्थानों पर बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है। राज्य में बारिश से अब तक 17 पक्के मकान व 25 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके अलावा 67 पक्के मकानों व 195 मकानों को आंशिक नुकसान भी हुआ है।  

86 रोड अभी भी बंद 

हिमाचल में अभी भी भारी बारिश के कारण 86 मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध पड़े हुए हैं। ऐसे में अगामी दिनों के दौरान जारी भारी बारिश का येलो अलर्ट दिक्कतें झेल रहे लोगों को ओर परेशानियों में डाल सकता है। राज्य में भारी बारिश के चलते हुए लैंडस्लाइड से 86 मार्ग बंद चल रहे हैं। मंडी जोन में सबसे अधिक मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध पडे़ हुए हैं। मंडी ज़ोन में 59 मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया है। इसके अलावा शिमला जोन में 18, कांगड़ा में पांच और हमीरपुर में चार मार्गों पर यातायात ठप पड़ा हुआ है। पीडब्ल्यूडी का दावा है कि अवरुद्ध मार्ग जल्द ही वाहनोें की आवाजाही के लिए बहाल कर दिए जाएंगे। 

ऊना तर-ब-तर, लाहौल-स्पीति में सूखा

जिला ऊना पर इंद्रदेव अगस्त में पूरी तरह मेहरबान हैं। ऊना जिला में इस माह अब तक 265.1 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो कि सामान्य 114.7 मिमी की तुलना में 131 फीसदी ज्यादा है। प्रदेश में ऊना ही एकमात्र ऐसा जिला है, जहां बारिश का आंकड़ा 250 मिमी के पार पहुंच चुका है। प्रदेश भर में अगस्त में अब तक बारिश का ग्राफ 93.8 मिमी रहा है, जो कि सामान्य 109.3 मिमी के मुकाबले 14 प्रतिशत कम है। अगस्त में अब तक पांच जिलों में सौ मिमी से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। जिला कांगड़ा में बारिश का ग्राफ 193.5 मिमी तक जा पहुंचा है, लेकिन यह सामान्य 260.9 मिमी के मुकाबले अभी भी 26 प्रतिशत कम है। जिला बिलासपुर में 181.8 मिमी मेघ बरसे हैं, जो कि सामान्य 131.5 मिमी की तुलना में 38 है।  

Ekta