हिमाचल में भी भारी बारिश ने मचाई तबाही, मनाली में बहा पुल, 113 सड़कें बंद (PICS)

Sunday, Jul 28, 2019 - 09:40 AM (IST)

मनाली/शिमला (सोनू/प्रीति): हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। भारी बारिश से प्रदेश में 3 नेशनल हाइवे सहित 113 सड़कें बंद हो गई हैं। हजारों लोग वीकेंड पर घंटों तक ट्रैफिक जाम से परेशान हुए। शनिवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। वहीं सोलंग के बाद अब गोशाल के ग्रामीणों को भी अस्थाई पुल से हाथ धोना पड़ा है। ब्यास में बाढ़ आने से 3 दिन पहले सोलंगनाला में बना सोलंग के ग्रामीणों का पुल बह गया था तथा आज गोशाल के ग्रामीणों का पुल बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। वहीं प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से राज्य की 113 सड़कें बंद हो गई। इससे अलावा इस दौरान पानी की 418 स्कीमें भी प्रभावित हुई हैं।  

मनाली के ग्रामीणों मेहर चंद, डोला ठाकुर, हीरा लाल, दीपक और सोलंग के ग्रामीणों रमेश, दुनी चंद व रोशन ने बताया कि सोलंगनाला में अस्थायी पुल के बह जाने से सोलंग के ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। ब्यास का जलस्तर बढऩे से ब्यास किनारे रहने वाले पलचान, नेहरूकुंड, बाहंग, रांगड़ी, आलू ग्राऊंड, क्लाथ, 17 मील, 15 मील, पतलीकूहल, कटराईं व डोभी बिहाल, रायसन कैम्पिंग साइट व बबेली के ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया है। रांगड़ी, बानू पुल, आलू ग्राऊंड, क्लाथ व बिंदूढोग जैसे कई स्थानों पर मलबा व पत्थर गिर रहे हैं जिससे सफर जोखिम भरा हो गया है। 

उधर उपमंडल रामपुर के अंतर्गत भारी वर्षा से एच.आर.टी.सी. बस के रूट प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा कई सड़क मार्ग भारी वर्षा के कारण दलदल में तबदील हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग मंडी के बिंद्रावणी से आगे 6 मील के पास पहाड़ी से चट्टानें गिरने के कारण करीब आधा घंटा यातायात के लिए बंद रहा। भारी बरसात के बीच यहां पहाड़ी से अचानक मलबा गिरा और सड़क के दोनों तरफ वाहन फंस गए। कुछ ही देर में चट्टानों को हटाने का काम शुरू किया गया, जिससे यातायात जल्द बहाल हो सका। वहीं चम्बा जिला में लाहडू-चुवाड़ी मार्ग पर कालीघार में शनिवार तड़के हुई जोरदार बारिश से भारी भूस्खलन से करीब 6 घंटे तक ठप्प रहा। इससे दर्जनों वाहन भी फंसे रहे। कई लोगों ने जान जोखिम में डालते हुए पार किया।

418 पेयजल स्कीमें प्रभावित

इसके अलावा भारी बारिश से आई.पी.एच. विभाग की शहरी पेयजल योजना की  7 स्कीमें, ग्रामीण पेयजल की 291 स्कीमें, सिंचाई की 105 स्कीमें, बाढ़ नियत्रंण की 9 स्कीमें और सिवरेज की 6 स्कीमें प्रभावित हुई हैं। बारिश से आई.पी.एच. और लोक निर्माण विभाग को लगभग 9056.65 लाख का नुक्सान हुआ है। इस दौरान आई.पी.एच को 1571.03 और लोक निमार्ण विभाग को 7483.62 का नुक्सान हुआ है। 

2 अगस्त तक वर्षा

प्रदेश में मानसूनी बारिश कहर बरपाने लगी है। पिछले 3-4 दिनों से राज्य के अनेक क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। झमाझम हो रही बारिश से राज्य में जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं तथा कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।  मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान सुजानपुर टीहरा में सर्वाधिक 120 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।  मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि आगामी 2 अगस्त तक समूचे प्रदेश में गरज के साथ बारिश का दौर चलेगा।

कहां-कितनी सड़कें बाधित

वर्षा से मंडी जोन की सबसे अधिक 82 सड़कें बंद हैं। इसमें मंडी सर्कल की 63 सड़कें, कुल्लू सर्कल की 16 और जोगिंद्रनगर की 3 सड़कें शामिल है। इसके अलावा  शिमला जोन की 23 सड़कों में से सोलन सर्कल की 1, शिमला सर्कल की 4, रामपुर सर्कल की 2 और नाहन सर्कल की 8 सड़कें बंद हैं। इस दौरान हमीरपुर सर्कल की 8 सडकें बंद हैं। 
 

Ekta