Himachal Express: यहां नहीं होता रावण दहन, दशहरा मनाने वाले की हो जाती है मौत, पढ़िए बड़ी खबरें

Tuesday, Oct 08, 2019 - 03:26 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में भगवान भोलेनाथ का हजारों वर्ष पुराना बैजनाथ मंदिर है। ऐसा विश्वास है कि यहां जिसने भी रावण को जलाया, उसकी मौत तय है। इस कारण यहां कई सालों से रावण के पुतले को नहीं जलाया जाता है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बिलासपुर में प्रदेशवासियों को और देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दी। हिमालय की गोद से निकल कर करोड़ों लोगों की प्यास बुझाने वाली सतलुज नदी की महिमा शुरू हो गई है। गंगा की तर्ज पर काशी के प्रकांड विद्वान पंडितों ने लोगो की उपस्थिति में दत्तनगर के समीप नदी तट पर सतलुज आराधना की। पूरे देश में आज दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन शिमला में बंगाली महिलाएं होली मना रहीं हैं। तो अब एक क्लिक में पढ़िए अब तक की बड़ी खबरें। 

हिमाचल में एक ऐसी जगह... जहां मर जाते हैं रावण को जलाने वाले
आज पूरे देश में लंकापति रावण के पुतले को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जलाया जाएगा। लेकिन अब भी देश में कई ऐसे स्थान है, जहां दशहरा नहीं मनाया जाता है। इन स्थानों में लंकापति रावण के पुतले को जलाना महापाप समझा जाता है। इन्हीं स्थानों में से एक स्थान है हिमाचल प्रदेश का बैजनाथ। यहां भगवान भोलेनाथ का हजारों वर्ष पुराना बैजनाथ मंदिर है। ऐसा विश्वास है कि यहां जिसने भी रावण को जलाया, उसकी मौत तय है। इस कारण यहां कई सालों से रावण के पुतले को नहीं जलाया जाता है। 

15 सालों के इतिहास में यहां 2 बार टूटी परंपरा
हिमाचल के हमीरपुर जिला में इस बार दशहरा उत्सव नहीं मनाया जाएगा। शहर के लोगों को दशहरा देखने के लिए शहर से दूर समताना, सुजानपुर या नादौन का रूख करना पड़ेगा। हमीरपुर नगर में दशहरा उत्सव न होने से लोगों की आस्था को भी ठेस पहुंची है। लोगों में इसके प्रति गहरा रोष व्याप्त है। बता दें कि हाईकोर्ट के निर्णय के अनुसार शैक्षणिक संस्थानों के खेल मैदान में अन्य गतिविधियों पर पूर्णतया रोक लगाई है, जिस कारण इस बार भी लगातार दूसरे वर्ष दशहरा पर्व के कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाएगा। 

मैट्रिक पास राजेश का कारनामा
किसानों को खेतों में बिजाई के लिए छोटा ट्रैक्टर 'नंदी' काम आएगा और ढलान वाले खेतों में भी ट्रैक्टर बखूबी से काम करेगा। हमीरपुर के राजेश कुमार निवासी झनियारा ने करीब चार सालों की मेहनत काम आई है और आज एक इतना छोटा ट्रैक्टर तैयार किया है जो कि कैरोसीन से लेकर पैट्रोल दोनों से काम करेगा।  

चामुंडा मंदिर में अश्विन नवरात्रों का शतचंडी संपन्न
कांगड़ा के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम में अश्विन नवरात्रों पर चल रहा शतचंडी महायज्ञ मंगलवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। इस महायज्ञ में कई लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा मंदिर में गायत्री महा पाठ का आयोजन किया गया। मंगलवार को दशहरा तथा नवरात्रि के समापन के मौके पर सुबह से ही काफी लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी तथा दोपहर तक हजारों लोगों ने मां के दरबार में माथा टेका। 

दर्दनाक सड़क हादसे में जख्मी फौजी की टांडा में मौत
कांगड़ा जिला के शाहपुर के तहत रैत बाजार में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में मंगलवार को टांडा में जख्मी फौजी की मौत हो गई। बता दें कि यह फौजी 3 दिन पहले सड़क हादसे में घायल हो गया था। वह सगाई के लिए छुट्टी पर घर जा रहा था। जानकारी के मुताबिक फौजी जवान सिकंदर (25) टांडा मेडिकल कॉलेज में आईसीयू में भर्ती थे। वह बठिंडा में तैनात थे और 15 दिन की छुट्टी पर घर आए थे। 14 अक्‍टूबर को उन्हें ड्यूटी पर लौटना था।  

17 साल की नाबालिग से शादी करने पहुंचा 30 साल का दूल्हा
दुल्हन तैयार थी, बारात पहुंच चुकी थी। सात फेरे लेने का शुभ मुहूर्त आने ही वाला था कि अचानक से महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग की टीम पहुंच गई और विवाह को होने से रोक दिया। कारण था लड़की का नाबालिग होना। भुंतर थाना के अंतर्गत आती गड़सा घाटी में सोमवार शाम को बाल विवाह होने जा रहा था। लेकिन विभाग ने सूचना मिलते ही पंचायत प्रधान सहित मौके पर पहुंच कर इस विवाह को रुकवा दिया। विवाह के लिए बारात मंडी से आई हुई थी। परिजनों द्वारा लड़के की आयु तो 30 वर्ष बताई जा रही है जबकि लड़की करीब 17 वर्ष की है। 

8वीं की नाबालिग छात्रा ने किया Suicide
पर्यटन नगरी मनाली में एक नाबालिगा द्वारा सुसाइड करने का मामला सामने आया है। सुसाइड करने वाली नाबालिगा 8वीं में पढ़ती थी। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार नाबालिग अपने पिता के साथ मनाली के प्रीणी में रहती थी। मृतका के पिता मनाली के एक हाईड्रो प्रोजैक्ट में कार्यरत हैं। सोमवार को उसने अपनी रिहायश के बाथरूम में फंदा लगाकर जान दे दी। 

कुल्लू में दशहरे की जाली लॉटरी टिकट के साथ 2 व्यक्ति गिरफ्तार
कुल्लू जिला के भुंतर में दशहरे की जाली लॉटरी टिकट के साथ 2 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए हैं। बता दें कि पुलिस थाना भुंतर एक टीम एएसआई प्रकाश चंद की अगुवाई में दशहरे में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और अलर्ट के चलते होटल आदि की चेकिंग पर थी। शिव मंदिर भुंतर सराय को जब चेक किया तो कमरा नंबर 3 में दो व्यक्ति संदिग्ध पाए गए। नाम, पता पूछने पर एक व्यक्ति ने अपना नाम गौरव दयाल (32) पुत्र जुगल किशोर निवासी जैन कॉलोनी लुधियाना पंजाब व दूसरे ने प्रदीप कटारिया पुत्र कृष्ण लाल निवासी कानपुर यमुनानगर रोड हरियाणा बताया।  

CM जयराम ने दशहरा उत्सव पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बिलासपुर में प्रदेशवासियों को और देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दी। जयराम ठाकुर ने बताया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। कुल्लू का दशहरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। उन्होंने कुल्लू का दशहरा शुरू होने पर भी कुल्लू के निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतांग में जो बर्फ में फंसे लोग थे उन सुरक्षित निकाल लिया गया है और अचानक मौसम खराब होने के कारण वहां पर बर्फबारी हुई, लेकिन सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उनके साथ इस मौके पर भाजपा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा भी मौजूद थे। 

गंगा की तर्ज पर सतलुज के तट पर महाआरती का आयोजन
हिमालय की गोद से निकल कर करोड़ों लोगों की प्यास बुझाने वाली सतलुज नदी की महिमा शुरू हो गई है। गंगा की तर्ज पर काशी के प्रकांड विद्वान पंडितों ने लोगो की उपस्थिति में दत्तनगर के समीप नदी तट पर सतलुज आराधना की। सतलुज तट पर जलविद्युत परियोजनाओं का सफल निर्माण कर अस्तित्व में आए केंद्र और प्रदेश सरकार के संयुक्त उपक्रम एसजेवीएन के रामपुर हाइड्रोपवार स्टेशन द्वारा सतलुज आराधना महत्व को बताया। इससे पूर्व एसजेवीएन के प्रबंध निदेशक नंद लाल समेत निगम के उच्च अधिकारियों ने सतलुज नदी की विधि विधान से पूजा-अर्चना की।  

शिमला में दशहरे पर बंगाली महिलाएं मना रहीं होली, देखें तस्वीरें
पूरे देश में आज दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन शिमला में बंगाली महिलाएं होली मना रहीं हैं। दरअसल बंगाली समुदाय के लोगों का मानना है कि माता दुर्गा के नौ दिन मायके में रहने के बाद मंगलवार को ससुराल के लिए विदाई होगी। इसलिए बंगाली महिलाएं आज माता दुर्गा को दुल्हन की तरह सजा कर मायके से विदा करती हैं और खुद भी सज धजकर एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर खुशियां मना रही हैं।

Ekta