हिमाचल में हर तरफ तबाही का मंजर, तिनके की तरह बह गई आधा दर्जन गाड़ियां, Himachal Express

Sunday, Aug 18, 2019 - 06:10 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश में सभी नदियां-नाले उफान पर हैं और जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 19 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 10 मौतें शिमला जिला में हुई हैं। भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में सोमवार को स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। यह निर्देश प्रशासन की ओर से दिए गए हैं। शिमला, सोलन और कुल्लू में अभी तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। प्रदेश में बारिश का कहर जारी है। भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं जिसमें कई लोगों की जान भी जा रही है। वहीं शिमला जिला के ठियोग के तहत आने वाली पंचायत क्यारटू में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। हिमाचल में भारी बारिश के चलते मंडी जिले के पंडोह डैम के सभी फ्लड गेट खोले गए हैं। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर हिमाचल में घटित खबरों से हम आपको अवगत करवाते हैं।    

आफत की बारिश: 24 घंटे, 19 की मौत, 1000 करोड़ बहे
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश में सभी नदियां-नाले उफान पर हैं और जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 19 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा 10 मौतें शिमला जिला में हुई हैं। प्रदेश में हर तरफ बारिश ने खूब कहर ढाया है। पिछले 24 घंटों में बिलासपुर के नयना देवी में 360 मिलीमीटर रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। पुरे साथ ही 1000 करोड़ रुपए बह गए हैं। बताया जा रहा है कि भारी बारिश से हुए भूस्खलन और पेड़ गिरने से अभी तक शिमला में 10 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हाटकोटी में ट्रक पर चट्टानों के गिरने हुई जबकि दूसरा साथी मौत से जंग लड़ रहा है। एक मौत सेमेट्री में घर में मलबा आने से हुई जबकि इसका दूसरा साथ अस्पताल में अंतिम सांसें गई रहा है।  

हिमाचल में बारिश के चलते सोमवार को शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित
भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में सोमवार को स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। यह निर्देश प्रशासन की ओर से दिए गए हैं। शिमला, सोलन और कुल्लू में अभी तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। सोलन जिल में सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। आईटीआई आंगनबाड़ी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। शिमला में भी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। प्रशासन का कहना है कि इन जिलों में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है जिस कारण यहां के विभिन्न नदी, नालों और खड्डों में जलस्तर बढ़ गया है। 

ठियोग में उफनते नाले में बहे 4 नेपाली, 2 महिलाओं की मौके पर मौत
प्रदेश में बारिश का कहर जारी है। भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं जिसमें कई लोगों की जान भी जा रही है। वहीं शिमला जिला के ठियोग के तहत आने वाली पंचायत क्यारटू में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। भारी बारिश के चलते नाले का जलस्तर बढ़ने से तातल नाले को पार करते समय 4 नेपाली खड्ड में बह गए, लेकिन थोड़ी दूर जाने पर दो जैसे तैसे नाले के किनारे पर निकल गए लेकिन दो महिलाएं पानी के बहाव में बह गई। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। शव को ढूंढने के लिए लोगो ने पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जिसके बाद कड़ी मशक्त से दोनों के शव को बाहर निकाला जा सका। 

भूस्खलन से मलबे में दबे एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत 
शिमला में बारिश जमकर कहर बरसा रही है। जिला भर में बारिश के चलते हो रहे भूस्खलन से खासा नुकसान हुआ है। रविवार सुबह यहां एक बड़ा हादसा हो गया। आरटीओ ऑफिस के पास बने एक ढारे के ऊपर भूस्खलन हो गया और उसमें रह रहे एक परिवार के चार सदस्य मलबे में दब गए। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है। मलबा गिरने के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। मलबे के नीचे दबने से दो लड़कियों विशाखा (15) और दिव्या (18) की मौत हो गई है, वहीं एक महिला का शव मलबे निकला लिया गया है। लड़िकयों के पिता हरिदास की हालत गंभीर बनी हुई है। जिन्हें आईजीएमसी में भर्ती करवाया गया है। 

दर्दनाक हादसा, भारी बारिश से मकान पर गिरा पेड़, 2 की मौके पर मौत
प्रदेश में बारिश का कहर ऐसा बरपा है कि कई लोगों के आशियाने उजड़ गए साथ ही जान को भी खतरा बन गया है। वहीं अब शिमला जिला के नारकंडा में भी बारी बारिश के कारण पेड़ मकान पर गिर गया है। जिस कारण 2 लोग इसकी चपेट में आ गए है। जिस कारण उनकी मौत हो गई है जबकि 5 लोग घायल है। मकान रतन चंद निवासी नारकंडा का बताया जा रहा है। मकान में नेपाली मूल के पांच लोग राह रहे थे। 

नेपाली पर्यटकों की बस पर गिरा पेड़, मची अफरा-तफरी
शिमला जिला के कनलोग में एक टूरिस्ट बस पर पेड़ गिरने का मामला सामने आया है। जिससे बस को भारी नुकसान हुआ है। बता दें कि यह बस नेपाली पर्यटकों से भरी थी। हालांकि सभी पर्यटक सुरक्षित बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय केएनएच के पास भी पेड़ गिरा हुआ है जिससे रास्ता बंद हुआ है। पेड़ को हटाने का कार्य जारी है। 

हिमाचल में भारी बारिश से पंडोह डैम के सभी फ्लड गेट खोले
हिमाचल में भारी बारिश के चलते मंडी जिले के पंडोह डैम के सभी फ्लड गेट खोले गए हैं। साथ ही ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने पर बड़ा फैसला लिया गया है। नदी में 1 लाख क्यूसिक पानी आ रहा है। जिसके चलते चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद किया गया है। वहीं लोगों को नदी के किनारे से दूर रहने की हिदायत दी गई है। 

जल के बाद विद्युत संकट, बंद हुई देश की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना
हिमाचल प्रदेश के नाथपा और झाकड़ी के मध्य बनी 1500 मैगावाट की देश की सबसे बड़ी भूमिगत जलविद्युत परियोजना नाथपा-झाकड़ी बंद हो गई है। दरअसल भारी बारिश के चलते सतलुज दरिया में गाद की मात्रा बढ़ने की वजह से जलविद्युत परियोजना नाथपा-झाकड़ी में उत्पादन बंद हुआ है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के नाथपा और झाकड़ी के मध्य बनी 1500 मैगावाट की देश की सबसे बड़ी भूमिगत जलविद्युत परियोजना है। इसका उत्पादन ठप्प होने से दिल्ली समेत 9 राज्यों में विद्युत संकट हो सकता है। उल्लेखनीय है कि पंजाब में 350 मेगावाट और हरियाणा में 600 मेगावाट की सप्लाई होती है। अगर अगले तीन में सतलुज दरिया में गाद की मात्रा कम नहीं हुई तो पूरा उत्तर भारत अंधेरे में डूब सकता है। 

सोलन में बारिश से नदी नाले उफान पर, मलबे में दबने से 2 की मौत 
हिमाचल में बारिश का कहर लगातार जारी है। प्रदेश के कई हिस्सों में नदी-नाले उफान पर हैं और भूस्खलन के चलते कई मार्ग बंद है। ऐसा ही कुछ सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन नगरी में देखने को मिला। जहां बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है। बता दें कि भारी बारिश के कारण सरसा नदी में एक बच्ची दब गई। वहीं दूसरी ओर मानकपुर में एक मकान गिरने के कारण 3 लोग मलबे में दब गए थे। जिनमें से 2 की मौत हो गई है। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी और राहत-बचाव कार्य में लगी थी। 

सोलन में शिमला-कालका रेल मार्ग पर भारी भूस्खलन 
सोलन में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कालका-शिमला रेल मार्ग एक बार फिर बंद हो गया है। इस बारिश में करीब 10 बार यह मार्ग भूस्खलन के चलते बंद हो चुका है। धर्मपुर बड़ोग के बीच मलबा आ जाने के कारण यह मार्ग सुबह से ही बंद है। मार्ग बंद होने की सूचना मिलने के बाद रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन की सहायता से ही रेलवे ट्रैक पर गिरे मलबे को हटाने में जुट गए हैं।  

सोलन में भारी भूस्खलन, Video में देखिए कुदरत का कहर
देवभूमि में कुदरत का कहर जारी है। इससे जगह-जगह पर तबाही देखने को मिल रही है। कहीं भूस्खलन हो रहा है तो कहीं सड़क पर पहाड़ आ रहे हैं। वहीं सोलन में खराब मौसम ने जकर कहर बरपाया है। अर्की-भराड़ी घाट रोड पर शिव नाला कालर के पास पहाड़ी दरक रही है। सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। वहीं लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

पिंजौर-स्वारघाट NH पर पुल का एक हिस्सा ध्वस्त
पिंजौर-स्वारघाट राष्ट्रीय मार्ग पर बद्दी के नजदीक बगवनिया पुल का एक हिस्सा ध्वस्त होने के कारण मार्ग बंद हो गया। जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। इतना ही नहीं नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। 

जगह-जगह Landslide से चंडीगढ़-मनाली-मणिकर्ण NH बंद 
हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। बारिश का बिलासपुर में भी देखने को मिल रहा है। भारी बारशि के चलते राष्ट्रीय राज मार्ग चंडीगढ़-मनाली-मणिकर्ण भी जगह-जगह भू-स्खलन होने से बंद हो गया है, जिस कारण सैंकड़ों गाड़ियां फंसी हुई हैं। इस कारण पर्यटक और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौके पर जेसीबी मशीनें तैनात हैं तथा मलबा हटाने का कार्य चल रहा है। 

बिलासपुर में दो जगह बादल फटने से भारी तबाही, 7 परिवार हुए बेघर 
प्रदेश में बारिश का कहर ऐसा बरपा है कि कई लोगों के आशियाने उजड़ गए, साथ ही जान को भी खतरा बन गया है। ऐसा ही कुदरत का कहर बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल में करयालग और स्वारघाट के धारकांशी में देखने को मिला। जहां बादल फटने से 7 मकानों की जमीने 400 से 500 मीटर नीचे धंस गई है। मकान धसने के कारण वहां रह रहे लोग मलबे में दब गए है। दोनों जगहों पर प्रशासन की टीम पहुंच गई है और राहत-बचाव का कार्य जारी है। जिनमें से 7 परिवारों के सदस्यों को सुरक्षित मलबे से बाहर निकाला गया है। 

चंबा में दर्दनाक हादसा: घर की दीवार गिरने से दादा-पोती की मौके पर मौत
चंबा जिला के भरमौर विधानसभा क्षेत्र में एक घर की दीवार गिरने से दादा-पोती की दबने से मौत हो गई। बता दें कि यह घटना रविवार सुबह साढ़े 3 बजे के आसपास हुई। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई है जिसके बाद पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके की ओर रवाना हुई है।  

देवभूमि पर भारी पड़ रहा कुदरत का कहर, ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर हुआ जलमग्न
मंडी जिला में ब्यास का जलस्तर बढ़ने से भारी तबाही हुई है। 5 साल बाद मंडी का ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर भी आधा ब्यास में डूब गया है। साल 2014 में भी जब पंडोह डैम से सारे गेट खोले गए थे तो तब भी मंदिर जलमग्न हो गया था। इस बार भी गेट खोले जाने से मंदिर परिसर 10 फीट तक डूब गया है। गुरूद्वारा के पास शमशान घाट भी जलमग्न हुआ और वहां खड़ी पार्किंग में पांच गाड़ियां और नगर परिषद का टैंकर बह गया। 

मंडी में देखिए तबाही की भयानक VIDEO, तिनके की तरह बह गई आधा दर्जन गाड़ियां
प्रदेश में भारी बारिश के कारण मंडी जिला में भयानक तबाही मची है। तिनके की तरह आधा दर्जन गाड़ियां बह गई। आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे पानी अपने बहाव से गाड़ियों को बहा ले जा रहा है। गाड़ियों पानी में तैर रही हैं। वहीं नदी का जलस्तर ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल तक पहुंच गया है। 

चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद, सड़क पर आया ब्यास नदी का पानी
हिमाचल में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुल्लू जिला का संपर्क अन्य जिलों से कट गया है। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण देर रात को बजौरा से मंडी की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया। इसके बाद सुबह कटौला होकर हलके वाहन भी भेजे जा रहे थे, लेकिन वहां भी अब नालाह नाले में जलस्तर बढ़ने के कारण यातायात बंद कर दिया गया है। मंडी शहर भी जलमग्‍न हो गया है। ऐतिहासिक पंचवक्‍त्र मंदिर सालों बाद ब्‍यास में डूब गया है।

मंडी में देखने को मिला तबाही का मंजर, सड़क भी बही
मंडी जिला के बालीचौकी में उपतहसील के तहत तीर्थन नदी में बाढ़ आने से अफरा-तफरी मच गई, जिससे मौके पर प्रशासन द्वारा बाजार खाली करवाया गया। इस भारी के बारिश के चलते 2 खोखे भी बह गए। साथ ही सड़क भी बह गई।  

कुल्लू में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 2 की मौत, 60 सड़क मार्ग बंद 
हिमाचल में शनिवार को मौसम ने रौद्र रूप दिखाना शुरु कर दिया है। प्रदेश के अधिकतर स्थानों में भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए है। वहीं कुल्लू में भी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुल्लू मनाली नेशनल हाईवे दो जगह पर पूरी तरह से श्रतिग्रस्त हुआ है और 16 घरों को नुकसान हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को भारी नुकसान भी पहुंचा है। कई सड़कों को खोलने के प्रयास जारी हैं। वहीं उपायुक्त कुल्लू डाॅ. ऋचा वर्मा ने बताया कि भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही अलर्ट जारी किया था।  

पागल नाले में भारी मलबा आने से लारजी-सैंज मार्ग बंद 
शनिवार को एक बार फिर कुल्लू के पागल नाले ने अपना पागलपन दिखाते हुए लोगों को परेशानी में डाल दिया। बता दें शनिवार को एक बार फिर पागल नाले में भारी मलबा आ गया, जिससे लारजी-सैंज मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। बता दें कि लोग पागल नाले पर पुल बनाने की मांग सरकार व विभाग से कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी इस मांग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।  

सुनिए ब्यास नदी के रौद्र रूप से डरे लोगों की दास्तां 
हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के द्वारा प्रदेश के 6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी जिसके बाद से प्रदेशभर की नदियां उफान पर हैं। जगह जगह नुकसान की भी आशंका जताई जा रही है। कुल्लू जिला के रहने वाले स्थानीय निवासी राजन सलहुरिया का कहना है कि शहर भर में बारिश के बाद हालत बहुत खराब हो गए हैं। खासकर अखाड़ा बाजार में दरिया के साथ लगते बहुत से मकान है जिनमे रहने वाले लोग डर की वजह से रात को सो नहीं पा रहे हैं। सभी को डर है कि पानी कही उनके घर में ना घुस जाए। 

कुल्‍लू में बारिश ने बरपाया कहर, पुल के ऊपर से बह रही ब्यास नदी
पहाड़ों पर 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं और जिससे नदी खतरे के निशान पर बह रही है और ब्यास नदी के तेज जल बहाव में कई पेड़-पौधे व लकड़ी व गाद बहने से मटमैला पानी बह रहा है। डीएसपी कुल्लू आशीष शर्मा ने बताया कि कुल्लू जिला के पहलीकूहल में ब्यास नदी में अचानक पानी बढ़ने के कारण 2 प्रवासी मजदूर फंस गए थे लेकिन वक्त रहते दोनों मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू किया है जिसमें एक नंद किशोर व रवि दोनो राजस्थान के सिक्कर के रहने वाले है।

Ekta