Himachal Cloudburst: 41 लोग अभी भी लापता, 300 से अधिक जवान कर रहे तलाश
punjabkesari.in Wednesday, Aug 07, 2024 - 11:52 AM (IST)
हिमाचल डैस्क: हिमाचल प्रदेश में हुई बादल फटने की घटनाओं के दौरान अब तक 41 लोग लापता चल रहे हैं, जिनका सुराग नहीं लग पाया है। आज सर्च ऑप्रेशन का 7वां दिन है। लापता लोगों की तलाश में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व होमगार्ड के 300 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं, वहीं स्निफर डॉग और लाइव डिटैक्टर डिवाइस की भी मदद ली जा रही है। बता दें कि 31 जुलाई की रात को रामपुर के समेज, कुल्लू के बागीपुल और मंडी के राजबन में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी, जिसमें 50 से अधिक लोग लापता हो गए थे।
सतलुज नदी के किनारे मिला इंजीनियर का शव
रामपुर के समेज में बादल फटने से लापता 36 लोगों में से 3 शवों की पहचान हो गई है। इनमें सिद्धार्थ निवासी नंदरूल (कांगड़ा) शामिल है। सिद्धार्थ समेज में ग्रीनको प्रोजैक्ट में बतौर इंजीनियर काम करता था। उसका शव बीते मंगलवार को सुन्नी में सतलुज नदी के किनारे मिला था। वहीं डीएनए सैंपल के जरिए रामपुर के सुग्गा की बेटी रचना और झारखंड के राजकुमार पांडे की बेटी प्रीतिका की पहचान हो गई है। रैस्क्यू टीम को दोनों शव शव 3 दिन पहले मिले थे। इस हादसे में प्रीतिका के माता-पिता दोनों अभी भी लापता हैं। प्रीतिका समेज स्कूल की छात्रा थी। पुलिस को अब तक समेज, डकोलढ़ और कोड डैम में 9 शव मिल चुके हैं, लेकिन 6 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।
मंडी के राजबन में अब तक 9 शव बरामद
बता दें कि समेज में अभी तक 33 लोग लापता हैं। कुल्लू के बागीपुल में 2 शव मिले हैं, यहां पर भी अभी 5 लोग लापता हैं। मंडी के राजबन में अब तक 9 शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि एक व्यक्ति का अभी सुराग नहीं लग पाया। श्रीखंड के सिंघगाड़ से 2 व्यक्ति अभी भी लापता हैं।
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