किसानों की आय बढ़ाने में सहयोग कर सकती है पहाड़ी गाय, शिमला में होगा राष्ट्रीय संगोष्टी का आयोजन

Saturday, Nov 30, 2019 - 05:13 PM (IST)

शिमला (योगराज) : लुप्त होती पहाड़ी गाय को बचाने के लिए आरोग्य भारती एवं कल्याणी पहाड़ी गौ विज्ञान केंद्र के संयुक्त रूप से किसानों को पहाड़ी गाय की विशेषताएं बताने जा रहा है ताकि किसान गाय को पालने में आगे आये। शिमला के पोर्टमोर स्कुल में 3 दिसंबर को केंद्र एक राष्ट्रीय संगोष्टी आयोजित करने जा रहा है जिसमें देश के गौ वैज्ञानिक ,विशेषज्ञ देवेंदर सदाना,प्रो आर एस चौहान ,अशोक वाष्नय सहित कई वक्ता भाग लेंगे।

आरोग्य भारती के राष्ट्रीय सचिव राकेश पंडित ने बताया पहाड़ी गाय का दूध बहुत पौष्टिक होता है। पहाड़ी गाय के दूध एसिडिटी कम करने वाला, मधुमेय को रोकने वाला और दिल के रोगों में उपयोगी होता है। केंद्र का मानना है कि अगर पहाड़ी गाय की नसल को विकसित किया जाए तो वह 2 से लेकर 10 किलो तक दूध दे सकती है जो किसानो के लिए रोजगार और व्यवसाय का भी अच्छा साधन बन सकता है। संगोष्टी में प्रदेश के 500 के लगभग प्रतिभागी हिस्सा लेंगे जिन्हें गाय के ऐतिहासिक,धार्मिक और सवास्थिक लाभों के बारे में गौ वैज्ञानिक व्याखान देंगे।

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Simpy Khanna