यहां आजादी के 70 साल बाद भी नहीं मिली यह सुविधा, ऐसे जिंदगी बिता रहे लोग

Thursday, Jul 13, 2017 - 09:58 PM (IST)

आनी: आज़ादी के 70 वर्ष बाद भी बखनाओ पंचायत के दूरदराज गांव गाड-डीम के लोग आज भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से महरूम हैं। इन गांवों के लोगों को आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में फट्टों, चारपाई या फिर कुर्सी का इस्तेमाल करना पड़ता है। समस्या के समाधान की उम्मीद लगाए ग्रामीणों ने पंचायत प्रधान बबिता ठाकुर की अगुवाई में पी.डब्ल्यू.डी. के निरमंड डिवीजन के एक्सियन से मुलाकात की। लोगों ने बताया कि सड़क न होने के कारण उन्हें करीब 3 किलोमीटर चढ़ाई चढ़ कर अपने गांव पहुंचना पड़ता है। उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों, विधायक और यहां तक कि मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की है लेकिन उन्हें चारों ओर से आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला है जबकि सड़क जैसी मूलभूत सुविधा के न होने के कारण उन्हें हर जरूरत की वस्तु तथा मरीजों को भी पीठ पर उठा कर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। 

हर दिन 50 छात्र पैदल पहुंचते हैं स्कूल
ग्रामीणों ने एक्सियन को अवगत करवाया की गाड-डीम, शिकारी, खनेरी, खवाच व पनखड़ आदि गांवों में करीब 1500 की आबादी है जबकि हर रोज करीब 50 विद्यार्थी पैदल चवाई स्कूल पढऩे पहुंच रहे हैं जबकि सड़क बनने से करीब 1500 लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने विभाग से इस प्रस्तावित सड़क मार्ग के निर्माण प्रक्रिया को जल्द अमलीजामा पहनाने की गुहार लगाई है। इस अवसर पर पंचायत प्रधान बबिता के अलावा कमली देवी, श्याम लाल, वीर सिंह व सुरेश कुमार आदि पंचायत प्रतिनिधियों के साथ लगभग 70 ग्रामीण मौजूद रहे।

क्या कहते हैं पी.डब्ल्यू.डी. के एक्सियन
पी.डब्ल्यू.डी. डिवीजन निरमंड के एक्सियन डा. यशपाल वरिष्ठ ने बताया कि पुनन खड्ड से गाड-डीम सड़क सहित निरमंड डिवीजन की कुल 9 सड़कों की फाइलें केंद्र में एन.आर.डी.डी.ए. के पास पड़ी हंै जिनमें कुछ ऑब्जैक्शन लगे हैं, जैसे ही उन्हें दूर कर अपरूवल मिलती है, टैंडर लगवा दिए जाएंगे।