शिमला में भारी बर्फबारी, दिल्ली-चंडीगढ़ सहित प्रदेश के अन्य जिलों से कटा संपर्क

Friday, Feb 04, 2022 - 10:15 PM (IST)

शिमला (राजेश): राजधानी शिमला में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 2 दिन से जारी बर्फबारी के चलते जिला शिमला व ऊपरी शिमला बाहरी राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों से कट गया है। शुक्रवार को भी जारी भारी बर्फबारी के चलते शिमला में वाहनों व बसों के पहिए थम गए। शहर की सड़कों में कोई भी परिवहन सेवा नहीं चल पाई। एचआरटीसी बसें सड़क मार्गों पर फिसलने के कारण सड़कों पर ही खड़ी हो गईं। यहां तक आईएसबीटी में बर्फबारी के चलते दिल्ली व चंडीगढ़ जाने वाली बसें भी रूटों पर नहीं जा सकीं और शिमला पूरी तरह से अन्य राज्यों से कट गया। मंडी-कांगड़ा-हमीरपुर से आने वाली बसें हीरानगर व ढांडा में ही फंस गईं। ऐसे में अन्य जिलों से विभिन्न कार्यों से शिमला पहुंचे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और वे पैदल ही 10 से 12 किलोमीटर का सफर कर शिमला पहुंचे। 

निगम के करीब 400 रूट बंद

वहीं दूसरी ओर शिमला का ढली-भट्टाकुफर बाईपास भारी बर्फबारी के कारण बंद हो गया, उस मार्ग से होते हुए भी वाहन शहर में नहीं आ सके। निगम प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार बर्फबारी के चलते जिला शिमला में बस ऑप्रेशन पूरी तरह से ठप्प हो गया है। निगम के करीब 400 रूट बंद पड़ गए हैं। वहीं शहर में बसें व वाहन न चलने के चलते कर्मचारियों को पैदल ही शिमला पहुंचना पड़ा। शिमला में 2 दिन से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। बर्फबारी के चलते शहर के कई उपनगरों में सुबह दूध व ब्रैड की गाडिय़ां भी नहीं पहुंच पाईं। ऐसे में लोगों को दूध के लिए भी परेशान होना पड़ा। हालांकि दोपहर बाद तक दूध कंपनी डिस्ट्रीब्यूटरों ने दुकानों तक दूध, ब्रैड पहुंचाई। उधर, कार्ट रोड से एजी चौक के लिए निजी वाहन में अर्की से लाए मरीज को ले जाने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। मार्ग से बर्फ हटाई गई थी, लेकिन लगातार पड़ रही बर्फ से सड़क में बर्फ की चादर बिछ रही थी, जिससे हल्की चढ़ाई में वाहन फंस गया। कुछेक स्थानीय लोगों की मदद व पर्यटकों की सहायता से गाड़ी को धक्का देकर निकाला गया।

कार्यालय में पहुंचे आधे ही कर्मचारी, काम ठप्प

शुक्रवार को भारी बर्फबारी के चलते सरकारी व निजी कार्यालय जाने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानी हुई। कई कर्मचारी बर्फ बारी के चलते कार्यालय नहीं पहुंचे। कुछेक कर्मचारी पैदल ही कार्यालय पहुंचे, लेकिन वे भी देरी से। ऐसे में सरकारी कार्यालयों में काम भी ठप्प रहा। वहीं कई कर्मचारी बसें न चलने की वजह से दोपहर बाद पैदल ही घरों की ओर निकल गए।

राजधानी से 2 दिनों से कटा है ऊपरी शिमला 

शिमला शहर जहां शुक्रवार को बाहरी राज्यों व जिलों से कट गया वहीं ऊपरी शिमला के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है। रोहड़ू के खदराला में 49 सैंटीमीटर व चौपाल नेरवा आदी क्षेत्रों में 3 से 4 फुट तक बर्फबारी दर्ज की गई हैै। ऐसे में अप्पर शिमला शहर से 2 दिन से कटा हुआ है। जिला मुख्यालय से संपर्क कट जाने के चलते रोजमर्रा की वस्तुएं दूध, दही, ब्रैड व अखबार तक भी नहीं पहुंच पाई, जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं शिमला के विभिन्न रूटों पर चलने वाली परिवहन निगम की बसें जगह-जगह फंसी हुई हैं, जिसके चलते यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित है। इसके अलावा कई जगह पेयजल योजनाएं तथा विद्युत सप्लाई भी बाधित हुई है। हालांकि प्रशासन मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने में जुटा हुआ है, लेकिन बर्फबारी परेशानी बनी हुई है। 

शिमला शहर में 22 सैंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज

शिमला शहर में जनवरी महीने और फरवरी माह में अब हुई बर्फबारी में शुक्रवार को सबसे अधिक 22 सैंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। हालांकि जाखू में करीब 3 फुट तक बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त मौसम विभाग के अंतिम अपडेट तक जिला शिमला के अन्य क्षेत्रों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। कुफरी में 18 सैंटीमीटर, खदराला में 48 सैंटीमीटर, जुब्बल में 10 सैंटीमीटर और शिलारू में 30 सैंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की गई है।

बिजली बोर्ड कर्मियों के जज्बे को सलाम, बर्फबारी में बिजली की बहाल

शिमला शहर में बर्फबारी के बीच बिजली बोर्ड का कार्य सराहनीय रहा है। यह बात शिमला शहर की जनता खुद कह रही है। बिजली किन्हीं न किन्हीं कारणों से बाधित तो हो रही है लेकिन वह बहाल भी तुरंत हो रही है, जिसका श्रेय बोर्ड के तकनीकी कर्मचारियों को दिया जा रहा है, जो बर्फबारी के बीच बिजली के खंबों पर चढ़ कर बिजली आपूर्ति बहाल कर रहे हैं। शुक्रवार को भारी बर्फबारी के बीच पेड़ गिरने और बर्फबारी के चलते शहर के बलैस्टिंगन, लक्कड़ बाजार, चौड़ा मैदान, भराड़ी, हिमलैंड सहित अन्य कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे लोगों को कुछ घंटों के लिए परेशानी का सामाना करना पड़ा लेकिन ऐसे में बर्फबारी के बीच बोर्ड के तकनीकी कर्मचारियों ने बिजली के खंभों पर चढ़कर फाल्ट को ढूंढ कर जल्द बहाल किया, जिससे माइनस तापमान के बीच लोगों को अधिक देर तक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।  

डीसी व एसडीएम ने लिया बर्फबारी का जायजा 

राजधानी शिमला में भारी बर्फबारी के चलते जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। जिलाधीश आदित्य नेगी ने खुद कमान संभाली और सुबह 7 बजे वह शहर की सड़कों का निरीक्षण करते देखे गए। उन्होंने सुबह पैदल ही माल रोड से चौड़ा मैदान और उसके बाद गाड़ी से छोटा शिमला मार्ग, जो अवरुद्ध था, का स्वयं जाकर निरीक्षण किया तथा उसे तुरंत खुलवाया। इसके बाद उन्होंने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का कहीं पैदल तो कहीं गाड़ी से सफर किया। उन्होंने सरकारी अमले को निर्देश जारी कर दिए कि वह शहर की सभी सड़कें व अस्पताल को जाने वाले मार्ग खुलवाए ताकि किसी को बर्फ में आने-जाने में परेशानी न हो। खासकर अस्पताल जाने वाले मरीजों को किसी तरह की दिक्कतें न उठानी पड़े। वह खुद भी सभी जगहों का निरीक्षण करने एसडीएम मनजीत शर्मा के साथ मौके उपस्थित रहे। उसके बाद उन्होंने कार्यालय जाकर अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ली और निर्देश दिए कि शहर के मार्ग अवरुद्ध न हों। उसमें लगातार जेसीबी लगाकर व रेत इत्यादि डालकर यातायात को सुचारू रखा जाए।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Content Writer

Vijay