पर्यटन स्थल नारकंडा में स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा, मरीजों को कैसे मिलेगा इलाज ? (Video)

Wednesday, Sep 18, 2019 - 05:42 PM (IST)

ठियोग (सुरेश) : प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाए देने के लाखों दावे किये जाते हैं।लेकिन ये सब दावे तब खोखले नजर आते हैं।जब हकीकत से इनका सामना होता है।आज हम बात कर रहे है राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर स्थित नारकंडा की जहां सरकार ने करोड़ों की लागत से अस्पताल तो खोल दिया लेकिन यंहा पर सरकार लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने में फिस्सडी साबित हुई है।

इस अस्पताल में एक्सरे मशीन के साथ अन्य टेस्ट की सुविधाएं तो सरकार ने दी है लेकिन इनको चलाने के लिए यहां पर सरकार कर्मचारियों को लगाना भूल गयी है। जिससे मशीनें शोपीस बनी हुई हैं।एक्सरे मशीन के बाहर ताला लटका हुआ है और लोग ठियोग और शिमला जा रहे है।

पर्यटन स्थल नारकंडा अपने आसपास की 9 पंचायतो के अलावा यहां से आने-जाने वाले लोगों का मुख्य केंद्र है।लेकिन यहां पर अस्पताल होने के बावजूद लोग स्वास्थ्य सेवाओं से महरूम है।लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से अस्पताल में डॉक्टर का टोटा चल रहा है।अस्पताल में डेपुटेशन पर डॉक्टर को कभी-कभार भेजा जाता है।जिसके चलते लोग बेहद परेशान हो गए है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटन स्थल होने के कारण देश और दूसरे प्रदेशों के पर्यटक यहां घूमने आते हैं लेकिन किसी भी आपातकाल ओर बीमार होने पर यहां प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल पाता।जिससे पर्यटन को नुकसान ओर प्रदेश की छवि खराब होती है। नारकण्डा के साथ लगती पंचायत सिंहल के प्रधान का कहना है कि उनका कार्यकाल 4 साल का हो गया लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई।उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्थाई डॉक्टर न होने से लोगों को ठियोग और शिमला इलाज कराने जाना पड़ता है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द ही सरकार नारकंडा की ओर ध्यान दे जिससे स्थानीय पंचायत के लोगों के साथ पर्यटको को भी स्वास्थ्य सेवाएं सही समय पर मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार अगर इस अस्पताल में स्टाफ नही भेज सकती तो इस अस्पताल को बंद कर दें। लोगों ने सरकार पर नारकंडा की अनदेखी के आरोप लगाए हैं और सरकार से जल्द ही नारकंडा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की मांग की है।

 

 

Edited By

Simpy Khanna