विकास के हर मोर्चे पर बदली हरोली की तस्वीर: उपमुख्यमंत्री
punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 04:38 PM (IST)
ऊना। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिस हरोली ने कभी पानी, बिजली और सड़कों की कमी का लंबा दौर देखा, वही हरोली आज विकास के निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुकी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई और बुनियादी ढांचे में हुए ठोस कार्यों से हर मोर्चे पर क्षेत्र की तस्वीर बदली है और आज हरोली के बच्चे सुरक्षित एवं सुविधासंपन्न वातावरण में आगे बढ़ रहे हैं। यह परिवर्तन जन-आशीर्वाद और निरंतर सहयोग का प्रतिफल है। उपमुख्यमंत्री रविवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ललड़ी के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होते हुए बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अकादमिक, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। उपमुख्यमंत्री ने डॉ. सिम्मी अग्निहोत्री फाउंडेशन की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। उपमुख्यमंत्री ने स्कूल में 1.30 करोड़ रुपये की लागत की साइंस लैब के शेष कार्य को शीघ्र पूरा करने के साथ इसे विद्यालय को सौंपने से संबंधित औपचारिकताएं अविलंब पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और स्कूल प्रधानाचार्य आपसी समन्वय से इस विषय का शीघ्र समाधान करें, ताकि भवन का उपयोग जल्द से जल्द विद्यार्थियों के हित में हो सके।
नई पहचान, नई हरोली
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कभी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करने वाला यह क्षेत्र आज शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई, सड़क और अधोसंरचना के क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि आज जो हरोली आकार ले रही है, वह केवल वर्तमान की आवश्यकताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित और सशक्त भविष्य को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से विकसित की जा रही है।
ललड़ी में श्री गुरु रविदास जी के मंदिर निर्माण के लिए 25 लाख देने की घोषणा
*धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण व संरक्षण को प्राथमिकता*
उपमुख्यमंत्री ने ललड़ी में श्री गुरु रविदास जी के मंदिर निर्माण के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि ईसपुर में 6.50 करोड़ रुपये की लागत से शीतला माता मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। बदसाली में श्री गुरु रविदास जी के मंदिर के लिए 75 लाख और सलोह में 25 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं। बीटन कुटिया और सिद्ध बाबा जलंधरी मंदिर के लिए भी 25-25 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि श्री गिड़गिड़ा साहिब में ट्यूबवेल तथा अमराली में श्री राधा स्वामी सत्संग भवन के लिए पानी के टैंक निर्माण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
राजनीति से ऊपर है विकास की प्रतिबद्धता
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विकास ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें राजनीति से ऊपर उठकर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर हरोलीवासी के कार्य हों, यही उनकी प्रतिबद्धता है और इसी सोच के साथ योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है।
सड़कों और पुलों के निर्माण को मिली नई गति
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जेजों मोड़ से टाहलीवाल चौक वाया भाई का मोड़ लिंक रोड के स्तरोन्नयन के लिए केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना निधि के तहत लगभग 50 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। इस परियोजना के अंतर्गत 17.50 किलोमीटर सड़क का उन्नयन तथा पालकवाह, कांगड़ और बढ़ेड़ा में तीन पुलों का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ललड़ी और चंदपुर में लगभग 5.50 करोड़ रुपये की लागत से पुलों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।
पेयजल व सिंचाई योजनाओं से बदली तस्वीर
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाबद्ध प्रयासों के चलते कभी जल संकट से जूझने वाला बीत क्षेत्र आज पेयजल और सिंचाई दोनों सुविधाओं से संपन्न होकर नकदी फसलों का प्रमुख केंद्र बन चुका है। उन्होंने बताया कि पोलियां में 50 लाख लीटर और दुलैहड़ में 25 लाख लीटर क्षमता के जल भंडारण टैंक तैयार किए गए हैं। अमराली में 25 मीटर ऊंचाई पर 25 लाख लीटर क्षमता का टैंक निर्माणाधीन है, जिसके नीचे कॉफी हाउस जैसी सुविधा विकसित की जाएगी। यह 24 करोड़ रुपये की परियोजना है।
इसके अतिरिक्त 75 करोड़ रुपये की लागत से ‘बीत एरिया फेज-2’ उठाऊ पेयजल योजना पर कार्य जारी है, जिसके तहत स्वां नदी से पानी उठाकर बीत एवं पालकवाह क्षेत्र के 28 गांवों की लगभग 50 हजार कनाल भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के माध्यम से हरोली को 2027 तक शतप्रतिशत पेयजल एवं सिंचाई सुविधा से संपन्न बनाने की दिशा में ठोस प्रगति हुई है।
शिक्षा की लौ से जगमगा रहा हरोली
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त और भविष्योन्मुखी ढांचागत विकास किया गया है। वर्तमान में क्षेत्र में 33 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, 3 सरकारी कॉलेज, 2 आईटीआई, लॉ कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, ट्रिपल आईटीआई और केंद्रीय विद्यालय जैसी संस्थाएं कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 150 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित आईआईआईटी आज एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थान के रूप में उभर चुका है, जबकि सलोह स्थित केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा रहती है। क्षेत्र में आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी शिक्षा के लिहाज से पिछड़ा माना जाने वाला हरोली क्षेत्र आज शैक्षणिक उत्कृष्टता का उदाहरण बन चुका है और यहां की बेटियां डॉक्टर, वकील, न्यायाधीश और प्रशासनिक सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली में स्थापित आधुनिक अस्पताल से क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं और यहां 15 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। वहीं ललड़ी में बना अत्याधुनिक पशु चिकित्सालय न केवल स्थानीय बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है।
शिक्षक का सम्मान आवश्यक, तभी जीवन में सफलता
उपमुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से शिक्षकों के सम्मान का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार और अनुशासन से ही जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है। उन्होंने अभिभावकों से भी शिक्षकों के प्रति सम्मान रखने और छोटी-मोटी बातों या अनावश्यक शिकायतों में न उलझने की अपील की। उन्होंने समाज से बच्चों को नशे से दूर रखने का आह्वान करते हुए कहा कि नशे में संलिप्त लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य रिपुजीत सिंह ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए स्कूल की शैक्षणिक, खेल एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और नशा-निवारण गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विनोद बिट्टू, कांग्रेस नेता अशोक ठाकुर, एसडीएम विशाल शर्मा, एसएमसी प्रधान शशिपाल, अन्य अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी, अभिभावकगण एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

